बैकुंठपुर. प्रखंड क्षेत्र की 22 पंचायतों वाले बैकुंठपुर प्रखंड में बीज वितरण की रफ्तार धीमी होने से किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक लंबे समय से बीज वितरण की रफ्तार फीका पड़ गयी है. ऑनलाइन आवेदन से लेकर ओटीपी तक की लंबी प्रक्रिया किसानों को रुला रही है. एक तो कृषि विभाग के योजनाओं का सतह पर लीपापोती के कारण कुछ पता नहीं चलता. उसके बाद खानापूर्ति से कई किसान लाभ से वंचित रह जाते हैं. मौजूदा हालात में भीषण गर्मी में दूर दराज के इलाके से किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए प्रखंड मुख्यालय आ रहे हैं. जहां आवेदन करने के घंटों बाद भी ओटीपी नहीं मिलने से वह परेशान नजर आ रहे हैं. बीज लेने के चक्कर में किसानों का पूरा दिन व्यतीत हो रहा है. बताया जा रहा है कि कृषि विभाग का सर्वर डाउन रहने के कारण किसानों को तत्काल उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी नहीं मिल पा रहा है. बिना ओटीपी मिले बीज उपलब्ध करने में कृषि विभाग के कर्मी आनाकानी कर रहे हैं. खरीफ फसल के लिए पिछले सप्ताह महोत्सव का आयोजन किया गया था. महोत्सव के बाद किसान भवन से बीज का वितरण शुरू किया गया है. तीन दिनों के अंदर डेढ़ सौ किसानों को ही अब तक खरीफ का बीज उपलब्ध कराया गया है. जून महीने का पहला सप्ताह चल रहा है. ऐसे में बीच समय से नहीं मिल पाने के कारण 15 जून से धान की रोपनी संभव नहीं हो पायेगा. कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. बीज का उठाव करने के अगले दिन किसानों के बैंक खाते में अनुदान की राशि भेजी जा रही है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी नागेश्वर मांझी ने बताया कि फिलहाल सर्वर की समस्या ठीक हो गयी है. ऐसे में बीज वितरण की रफ्तार अब तेज हो जायेगी.
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