गोपालगंज. सिविल कोर्ट परिसर में हुए फायरिंग केस में पुलिस ने फरार अपराधियों पर दबिश बढ़ानी शुरू कर दी है. पुलिस ने सीवान और गोपालगंज के अलग-अलग इलाकों में अपराधियों के मकान पर छापेमारी की और फरार अपराधियों को सरेंडर करने के लिए चेतावनी दी.
आत्मसमर्पण नहीं किये जाने पर कुर्की-जब्ती की होगी कार्रवाई
पुलिस ने डुगडुगी बजाकर इश्तेहार चिपकाया और 21 दिनों के अंदर आत्मसमर्पण नहीं करने पर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई करने की हिदायत दी है. जिन अपराधियों के घर पर इश्तेहार चिपकाया गया है, उनमें सीवान के नौतन थाना क्षेत्र के रामगढ़ निवासी सुखदेव भगत के पुत्र राजू सिंह, मीरगंज थाना क्षेत्र के नयागांव तुलसिया निवासी गणेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह और बशिष्ठ तिवारी के पुत्र भगवान तिवारी व मीरगंज थाने के धरनीहाता गांव के जनार्दन सिंह के पुत्र पंकज सिंह के घर पर इश्तेहार चिपकाया है. नगर थाने के पुलिस पदाधिकारी और केस के आइओ अनिल कुमार के साथ पुलिस टीम ने फरार अपराधियों के घर दबिश देते हुए इश्तेहार तामिला कराया है. आत्मसमर्पण नहीं किये जाने पर न्यायालय के आदेश पर पुलिस कुर्की-जब्ती की कार्रवाई भी करेगी.
सिविल कोर्ट का यह है फायरिंग मामला
बता दें कि बीते 18 अक्तूबर को सिविल कोर्ट परिसर में चनावे जेल से गवाही देने पहुंचे गैंगस्टर विशाल सिंह पर अपराधियों ने फायरिंग की थी, जिसमें विशाल सिंह और कोर्ट में गवाही देने पहुंचे एक व्यक्ति जख्मी हो गये थे. घटना को लेकर नगर थाने में पुलिस पदाधिकारी अशोक मिश्रा ने कांड संख्या-744/24 दर्ज कराया था. पुलिस ने इस मामले में सात अपराधियों को नामजद अभियुक्त बनाया था. इनमें घटना के दौरान ही सीवान जिले के नौतन थाना क्षेत्र के तालिम विशुनपुरा गांव के रहनेवाले सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, इस मामले में राजू सिंह, मनु तिवारी, भगवान तिवारी, आकाश सिंह, शंभू सिंह व पंकज सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्त बनाया था. पुलिस इस मामले में फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है