फुलवरिया. मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज संगम पर हुई भगदड़ में जिले से मरनेवालों की संख्या पांच हो गयी है. पांचवीं मृतका फुलवरिया थाना क्षेत्र के सवनहां गांव के सुभाष तिवारी की 65 वर्षीया पत्नी माया देवी थी. परिजनों ने बताया कि माया देवी बनारस अपनी पुत्री के घर गयी थीं. वहां से तीन लोग मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे. महाकुंभ पहुंचने के बाद सभी ने अमृत स्नान किया. घाट से लौटने के दौरान भगदड़ मच गयी, जिसमें माया देवी गंभीर रूप से जख्मी हो गयीं और उनकी मौत हो गयी.
अस्पताल में मृतका की हुई शिनाख्त
भगदड़ के बाद लगातार दो दिनों तक कुंभ मेले में माया देवी की खोजबीन की जाती रही. लेकिन उनका कहीं से कोई पता नहीं चल सका. परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की. इसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की. आखिरकार जब परिजन अस्पताल पहुंचे, तो शव की शिनाख्त करायी गयी. जहां माया देवी का शव देखते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. इसके बाद परिजन कागजात की प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को लेकर घर के लिए निकल पड़े.
गांव में पसरा सन्नाटा
शुक्रवार की देर शाम माया देवी का शव पहुंचते ही गांव में हर तरफ मातमी सन्नाटा पसर गया. उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भगदड़ में जिले की चार महिलाओं की मौत की सूचना थी. इनमें सुरेंद्र गोंड की पत्नी तारा देवी, उसी गांव के भुटेली मांझी की पत्नी सरस्वती देवी,बरौली थाने के माड़नपुर गांव के स्व. तारकेश्वर सिंह की 65 वर्षीया पत्नी शिवकली देवी व उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा निवासी स्व बच्चा दुबे की पत्नी कांति देवी शामिल थीं.
प्रयागराज से बलेसरा पहुंचा महिला का शव, मचा चीत्कार
उचकागांव. प्रयागराज के संगम पर मची भगदड़ में मौत होने के बाद शुक्रवार को मृतका कांति देवी (65) का शव गांव पहुंचा. मृत महिला बलेसरा निवासी स्व. बच्चा दुबे की पत्नी थी. शव लाये जाते ही चीत्कार मच गया. उल्लेखनीय है कि बलेसरा गांव से स्व. बच्चा दुबे की पत्नी कांति देवी गांव के ही स्व. उपेंद्र दुबे की पत्नी किशोरी देवी, योगेंद्र भगत व गांव के लगभग एक दर्जन ग्रामीणों के साथ प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान करने के लिए गयी थीं.
भगदड़ में कुचलने से हुई थी मौत
सभी लोग मंगलवार की शाम अमावस्या तिथि लगने पर स्नान दान करके पुनः बुधवार की सुबह गंगा स्नान करने को संगम की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान हुई भगदड़ में कुचलने से कांति देवी की मौत हो गयी थी. महाकुंभ में हुई भगदड़ और महिला की मौत की खबर पर मृतका के पुत्र गिरीश नारायण दुबे उर्फ डब्लू दुबे प्रयागराज पहुंचे. वहां से शुक्रवार की सुबह महिला का शव गांव लाया गया. इधर महिला का शव पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गयी. वहीं घटना की सूचना पर पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह ने गांव में पहुंच मृतका के पुत्र से पूरे मामले की जानकारी ली व सांत्वना दी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है