गोपालगंज. मकर संक्रांति 14 जनवरी मंगलवार को हाेगी. इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसी दिन खरमास का समापन भी हो जायेगा. बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे में मां सिंहासनी को खिचड़ी महाभोग का प्रसाद चढ़ाया जायेगा. खिचड़ी महाभोग की तैयारियां भी तेज हो गयी हैं. मंदिर के मुख्य पुजारी पं संजय पांडेय ने बताया कि खिचड़ी के दिन महाभोग का प्रसाद पाने वालों को पूरे वर्ष आरोग्य, सुख- समृद्धि व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. इसीलिए नेपाल, यूपी, बिहार के विभिन्न जिलों से भक्त पहुंचते हैं.
16 जनवरी से शुरू होगा लग्न
बंजारी रोड के ज्योतिष परामर्श केंद्र के ज्योतिष विशेषज्ञ अखिलेश सिंह ने बताया कि मकर राशि में सूर्य 14 जनवरी को अपराह्न 3:26 बजे में प्रवेश करेंगे. माना जाता है कि जिस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, उसी दिन मकर संक्रांति होती है. इस बार जनवरी में लग्न 16 जनवरी से है. जनवरी में आठ दिन, फरवरी में 17, मार्च में सात व अप्रैल में पांच दिन मांगलिक कार्य होंगे.तिलकुट व गजक की सोंधी महक से गमक उठा बाजार
मकर संक्रांति की तैयारी शुरू हो चुकी है. फिजां में घुली तिलकुट की सोंधी खुशबू इसका एहसास करा रही है. मकर संक्रांति के दिन चूड़ा दही और तिलकुट खाने की परंपरा है. तिलकुट व्यवसायी इस रिवाज को भुनाने में लगे है. मकर संक्रांति में अब महज आठ दिन बचे है. ऐसे में पूरा शहर बाजार तिलकुट की खुशबू से गुलजार हो गया है. शहर के मौनिया चौक, जादोपुर रोड, मेन रोड, स्टेशन रोड सहित अन्य जगहों पर तिलकुट की दुकानें सज चुकी हैं. इसके अलावा विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में भी तिलकुट की बिक्री शुरू हो गयी है. तिलकुट के खुदरा एवं थोक व्यवसायी राजेश कुमार कहते हैं कि आम तौर पर ठंड शुरू होते ही तिलकुट बनने लगता है. तिलकुट विक्रेता बबलू कुमार ने बताया बाजार में कई ब्रांड के पैक तिलकुट भी आते हैं, लेकिन बाजार में लोकल तिलकुट की डिमांड सबसे अधिक है. खोवा व सफेद तिल का तिलकुट ग्राहक सबसे अधिक पसंद करते है. वहीं गुड़ वाला तिलकुट भी लोगों को काफी पसंद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है