मांझा. प्रखंड के मांझा से पुरानी बाजार होती हुई कोइनी जाने वाली सड़क जर्जर हो गयी है. इससे सड़क के एक छोर से दूसरी छोर तक के दर्जनों गांव की आबादी परेशान है. जब चुनाव का समय आता है, तो मतदाताओं की शरण में नेता आने लगते हैं. यहां पंचायत और गांव के विकास का मुद्दा उठता है. इस बीच इस सड़क की बदहाली दूर करने के वादे किये जाते हैं, लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद समस्या की अनदेखी फिर से शुरू कर दी जाती है. बता दें कि प्रखंड मुख्यालय के समीप मांझा से एनएच 27 को जोड़ने वाली यह मुख्य सड़क पुरानी बाजार, रेलवे स्टेशन होती हुई एनएच तक पहुंचती है. सड़क पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील है. सड़क के किनारे बसे ग्रामीणों को प्रखंड मुख्यालय आना हो या किसी भी कार्य से कहीं जाना हो, तो इसी सड़क का सहारा है. लेकिन सड़क पिछले 12 वर्षों से बदहाल है. हल्की बारिश होने पर इस सड़क पर पैदल चलना भी दूभर हो जाता है. सड़क की बदहाली से 50 हजार की अधिक आबादी परेशानी झेल रही है हैं. जर्जर सड़क के कारण हमेशा यहां लूटपाट और छिनतई की घटनाएं होती रहती हैं. इस सड़क का निर्माण लगभग 15 वर्ष पूर्व कराया गया था. लेकिन, निर्माण के कुछ वर्षों बाद ही सड़क जगह-जगह टूट कर जर्जर हाे चली. इस संबंध में मांझा पूर्वी के मुखिया दिलीप कुमार ने कहा कि सड़क गड्ढे में तब्दील हो गयी है. इस कारण आने-जाने में लोगों काफी परेशानी होती है. इसको लेकर कई बार अधिकारियों से कहा गया, लेकिन कुछ नहीं हो रहा है.
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