Air Pollution : पटना. बिहार में राजधानी पटना सहित कई जिलों में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है. हाजीपुर में तो रिकार्ड AQI 400 पार पहुंच गया. पिछले सप्ताह हाजीपुर लगातार प्रदूषित शहरों में अव्वल रहा. हाजीपुर में बढ़ते प्रदूषण से जिला प्रशासन चिंतित है. प्रशासन ने प्रदूषण को रोकने के लिए अब दंडात्मक कार्रवाई करने का फैसला किया है. प्रशासन के इस रुख से देखना होगा कि शहर की हवा कितनी साफ होती है. जिला प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि वो शहर को प्रदूषण मुक्त और सांस लेने लायक बनाने में मदद करें.
शहर को 14 सेक्टरों में बांटा गया
जानकारी के अनुसार वायु प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन ने समग्रता में कार्य प्रारंभ कर दिया है. जिसके बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 433 से 354 पर आ गया है. डीएम-एसपी ने वायु प्रदूषण नियंत्रण को लेकर समीक्षा बैठक की है. बैठक में हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में सभी संबंधित पदाधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी तथा निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हुए. डीएम यशपाल मीणा और एसपी हर किशोर राय ने हाजीपुर शहर को 14 सेक्टर में बांट कर वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए दर्जनों मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया है. उनके साथ नगर परिषद के पदाधिकारी भी दिन रात काम कर रहे हैं.
ड्रोन से रखी जा रही है नजर
प्रदूषण फैलाने वालों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार देश भर में सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली है. इसका एक्यूआई 412 है. पानीपत हापुड़, कटिहार के बाद हाजीपुर पांचवें स्थान पर है. हालांकि, हवा की गुणवत्ता बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है. डीएम ने कहा कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए हमें एक समग्र प्रयास करना होगा. प्रदूषण के मानव निर्मित कारण को चिन्हित करते हुए पहले समझाने से काम किया जाएगा, वरना दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.
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