हाजीपुर. मुख्यमंत्री सात निश्चय-एक तथा दो के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए डीएम यशपाल मीणा ने योजनाओं के कार्यान्वयन में बेहतर प्रदर्शन करते हुए रैंकिंग में सुधार लायें. इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर खेत तक सिंचाई का पानी (जल संसाधन विभाग), हर खेत तक सिंचाई का पानी (लघु जल संसाधन विभाग), हर घर नल का जल (ग्रामीण), सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन- ग्रामीण, हर घर नल का जल (शहरी), ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन – शहरी समेत कुल दस योजनाओं के तहत वैशाली जिले के विकास एवं प्रगति की समीक्षा की गयी.
डीएम ने डीआरसीसी मैनेजर से बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में जुलाई 2024 में वैशाली की रैंकिंग की जानकारी ली. बताया गया कि योजना में 75.5 है. इसे 80 से ऊपर पहुंचाने का लक्ष्य दिया. डीईओ कार्यालय से संपर्क कर तेजी से काम पूरा करने का निर्देश दिया गया. बताया गया कि कुशल युवा कार्यक्रम में वैशाली 19वें स्थान पर है तथा मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना में 30वें स्थान पर है. इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्राइवेट कॉलेज, औद्योगिक क्षेत्र तथा कोचिंग इंस्टीट्यूट के छात्रों के बीच इस योजना के लाभ की जानकारी पहुंचाने को कहा गया. बैठक में बताया गया कि वैशाली जिले का स्थान जुलाई माह में हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना के तहत 38वां रहा है तथा हर खेत तक सिंचाई का पानी (लघु जल संसाधन विभाग) के तहत 27वां पायदान पर है. इसे लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी पैरामीटर्स पर काम कर बेहतर लक्ष्य हासिल करने लक्ष्य दिया गया.
डीएम ने इस संबंध में सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो डाटा एंट्री का काम स्वयं करें, ताकि सही आकलन हो सके. कई बार धरातल पर काम पूरा हो जाता है, पर पोर्टल पर उसकी एंट्री देर से की जाती है, जिसके कारण जिलावार रैंकिंग में सही डाटा नहीं आ पाता है. इसलिए समय पर डाटा एंट्री कर अगली रैंकिंग में सुधार लाया जाये. इसके लिए प्रखंड स्तर पर बीडीओ को सभी योजनाओं की मॉनिटरिंग कर संबंधित एसडीएम को सूचित करना है. बैठक में एडीएम, डीडीसी, ओएसडी सहित सभी बीडीओ तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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