Hajipur Accident: हाजीपुर. बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर में रविवार की रात बड़ा हादसा हो गया. पहलेजा स्थित गंगा नदी से जल लेकर आ रहे 9 कांवरियों की झुलसकर मौत हो गई. कांवरियों का जत्था पहलेजा घाट से गंगाजल भरने और बाबा हरिहरनाथ का जलाभिषेक करने के लिए निकला था. इसी बीच औद्योगिक थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव में (नाइपर के सामने) रविवार की रात करीब 11.40 बजे हाई-वोल्टेज तार की चपेट में आने से 9 कांवरियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए. हादसे में मृत कांवरिए जेठुई गांव के रहने वाले हैं.
11 हजार वोल्ट के तार से डीजे ट्रॉली के सटने से हुआ हादसा
हादसा तब हुआ जब कांवरियों का जुलूस गांव से करीब 500 मीटर दूर बढ़ा होगा. जुलूस के साथ एक ट्रॉली पर डीजे और साउंड सिस्टम सेट किया हुआ था, जो 11 हजार वोल्ट के तार से सट गया. इससे पूरी ट्रॉली में 11 हजार वोल्ट का करंट फैल गया और इसकी चपेट में जो आये वो मारे गये. एक एक कर करंट लगने से 9 कांवरियों की मौके पर ही मौत हो गई. छह झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गए. उनका इलाज कराया जा रहा है. बताया जा रहा है कि स्थिति ठीक नहीं है. मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है.
इस घटना मे मरने वाले सभी लोग एक ही गांव के हैं. उनके नाम इस प्रकार हैं.
1 . रवि कुमार, पिता धर्मेंद्र पासवान
2 . राजा कुमार, पिता स्व. लाला दास
3 . नवीन कुमार, पिता. फुदेना पासवान
4 . अमरेश कुमार, पिता सनोज भगत
5 . अशोक कुमार, पिता मंटू पासवान
6 . चंदन कुमार, पिता चंदेश्वर पासवान
- कालू कुमार, पिता परमेश्वर पासवान
- आशीष कुमार, पिता मिंटू पासवान
- अमोद कुमार पिता देवलाल राम
बिजली विभाग ने नहीं उठाया फोन
इस मामले में हाजीपुर एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया कि डीजे ट्रा ली में बांधकर ले जाने के दौरान 11 हजार वोल्ट के तार में माइक सट गया, जिससे ट्राली में करंट फैल गया और आठ लोगों की मौके पर मौत हो गई. इस हादसे में झुलसे लोगों में दो ज्यादा गंभीर हैं. कांवरियों का जत्था हर साल पहलेजा घाट से जल भरकर बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक के लिए जाता है. आक्रोशित लोगों का कहना था कि जैसे ही तार में डीजे सटा और करंट लगा, बिजली विभाग को फोन किया गया, लेकिन फोन नहीं उठाया. यदि समय पर फोन उठ जाते तो करंट की चपेट में आने वाले युवकों को बचाया जा सकता था.
घंटों जाम रहा हाजीपुर-जंदाहा मार्ग
हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के अफसरों और कर्मियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर हंगामा किया और हाजीपुर-जंदाहा मार्ग को जामकर कर दिया. मौके पर पांच थानों की पुलिस और दमकल मौजूद थी. रात करीब पौने दो बजे समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीण माने, फिर सभी आठ शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. कई शव बुरी तरह झुलस गए हैं. अहले सुबह तक मौके पर पांच थानों की पुलिस और दमकल मौजूद थी. एसडीओ रामबाबू बैठा और एसडीपीओ ओमप्रकाश लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन आक्रोशित लोग एनएच-322 हाजीपुर-जंदाहा मार्ग को जामकर बैठे हुए थे। एसडीपीओ और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने-बुझाने के प्रयास में जुट गई, लेकिन
लोग मानने को तैयार नहीं थे.