बिदुपुर.
चकसिकंदर स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित सिनर्जी समिट का उद्घाटन करते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में पहली बार इस तरह का आयोजन हो रहा है. इसके माध्यम से इंडस्ट्री और टेक्निकल कालेज मिलकर, बिहार के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे. कार्यक्रम में शामिल जिले के विभिन्न इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों से उन्होंने कहा कि आप अपनी पसंद और आवश्यकताएं बताएं, हम एक्सपर्ट को ट्रेंड करके देंगे. इससे बिहार में उद्योग के विकास का सुनहरा माहौल तैयार होगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना के तहत तकनीकी शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है. बिहार के सभी 38 जिलों में इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी से लैस एक-एक इंजीनियरिंग कालेज है. वहां बेहतर इंजीनियर तैयार हो रहे हैं. यहां के छात्र और फैकल्टी ने देश-दुनिया में बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया है. यहां के छात्रों को तीन लाख से लेकर 38 लाख तक का पैकेज मिला है. मंत्री ने छात्रों से पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान और अनुशासन को कभी न छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं निश्चय कर लें कि जिस क्षेत्र में रहे टॉप पर रहें. इंजीनियरिंग व पाॅलिटेक्निक कॉलेज में लगातार बढ़ रही छात्रों की संख्याविभाग की सचिव डॉ प्रतिमा ने विभाग की उपलब्धि और कार्यक्रम को विस्तार से बताते हुए कहा कि बिहार के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज में लगातार छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ रही है. अब हम चाहते हैं कि उद्योग से इंजीनियरिंग कालेज का समन्वय बढे. उन्होंने कहा कि हमारे यहां गुड सेटअप व स्किल्ड टीचर उपलब्ध हैं. इसलिए इंडस्ट्री के साथ हम रिसर्च डेवलपमेंट, प्रोडक्शन, टेस्टिंग और सर्विस में प्राइवेट सेक्टर से जुड़ कर काम करना चाहते हैं. इंटर्नशिप, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और प्लेसमेंट के क्षेत्र में भी प्राइवेट सेक्टर से जुड़ कर काम करना चाहते हैं. इन क्षेत्रों में पहले से हम सरकारी क्षेत्र में ही काम करते आ रहे थे.तीन दर्जन औद्योगिक इकाई हुईं शामिल
बिहार सरकार के विज्ञान प्रोद्यौगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित उद्योग को शिक्षा से जोड़ने के लिए समन्वय सम्मेलन में वैशाली जिले के लगभग तीन दर्जन औद्योगिक इकाई ने भाग लिया. इस दौरान डीएम यशपाल मीना, एसपी हरकिशोर राय, बिहार इंडस्ट्री एसोसिएशन के चेयरमैन केपीएस केशरी, सचिव डॉ प्रतिमा, कालेज के प्राचार्य डॉ अनंत कुमार, नाइपर के रजिस्ट्रार डॉ शमी ढींगरा, बियाडा के डीजी डॉ अनंत कुमार सिंह, बैद्यनाथ आयुर्वेद के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर प्रमोद शर्मा, पीएनपीसी के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर डीके श्रीवास्तव ने अपने विचार रखें तथा विभिन्न इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से फीडबैक भी लिया. कार्यक्रम का संचालन कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर शिवांगी सक्सेना ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है