बिहार के कई शहरों में आने वाले दिनों में बड़ा निवेश हो सकता है. कई बड़ी आईटी कंपनियां और स्टार्टअप यहां निवेश करने की तैयारी कर रही हैं. इनमें हिंदुस्तान और विदेश की कई कंपनियां शामिल हैं. हाल ही में सिलिकॉन वैली की एक एआई कंपनी टाइगर एनालिटिक्स ने पटना में अपना ऑफिस खोला है. जहां काम भी शुरू हो चुका है. अब आईटी से सेक्टर की एक बड़ी कंपनी एचसीएल (हिंदुस्तान कंप्युटर लिमिटेड) टेक्नोलॉजी भी बिहार में निवेश कर एक सेंटर खोलने पर विचार कर रही है.
एचसीएल के अधिकारियों के साथ उद्योग सचिव की हुई बैठक
दरअसल, बिहार के उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक की एचसीएल टेक्नोलॉजी के अभय चतुर्वेदी एवं एचसीएल के एसवीपी थिमैया पीके साथ दिल्ली में एक मीटिंग शूरवार को हुई. इस बात की जानकारी संदीप पौंड्रिक ने सोशल मीडिया एक्स के अपने आधिकारिक हैंडल पर एक पोस्ट कर दी. इस पोस्ट में उन्होंने बैठक को सार्थक बताया.
Held a fruitful meeting in Delhi with Mr Abhay Chaturvedi SVP and Mr Thimmaiah P. SVP of HCL Technologies to discuss HCL Tech. opening a centre in Bihar. Hoping for some good news very soon. pic.twitter.com/E2LnAjYJsR
— Sandeep Poundrik (@SandeepPoundrik) November 3, 2023
उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव पौंड्रिक ने लिखा है कि यह लोग बिहार में एक सेंटर स्थापित करना चाहते हैं. बिहार में एचसीएल का एक केंद्र खोले जाने की उम्मीद है जल्द ही कोई अच्छी खबर मिलेगी.
बिहार में आईटी कंपनियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
जानकारी के अनुसार एचसीएल के अलावा भी कई अन्य बड़ी कंपनियों ने उद्योग विभाग से इस समबंध में बात की है. बिहार में निवेश पर आईटी कंपनियों को कई फायदा है. राज्य सरकार की नीति के तहत बियाडा विभिन्न कंपनियों को काम करने के लिए जगह उपलब्ध करा रही है. इसके साथ ही आईटी क्षेत्र की कंपनियों को भी अब ओद्योगिक प्रोत्साहन नीति के तहत मिलने वाली सुविधाएं भी उपलब्ध होगी.
अमेरिकन एआई कंपनी ने पटना में शुरू किया अपना काम
वहीं इससे पहले पटना में अमेरिका के सांता क्लारा में बेस्ड कंपनी ने अपना कार्यालय खोला था. जिसके बाद यह पहली अमरीकी कंपनी बन गई थी जिसने बिहार में प्रवेश किया था. यह एक एआइ कंपनी है जिसका नाम टाइगर एनालिटिक्स है. फिलहाल कंपनी के भारत में लगभग चार हजार कर्मचारी हैं. इनमें से ज्यादातर चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद में कार्यरत हैं. इस कंपनी का भारत में ऑपरेशन चेन्नई से होता है. एआई और सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में काम करने वाली इस कंपनी में बिहारी मूल के काफी कर्मचारी कार्यरत हैं. इस कंपनी को पटना के फ्रेजर रोड स्थित बीएसएफसी भवन में कार्यालय के लिए जगह उपलब्ध कराई गई है. जहां काम शुरू हो चुका है.
वर्ल्ड फूड इंडिया तीन नवंबर से शुरू हुआ
एक अन्य पोस्ट में अपर मुख्य सचिव पौंड्रिक ने बताया कि दिल्ली के प्रगति मैदान में चार नवंबर को वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 में बिहार का सेशन है. इसमें करीब 150 कंपनियों के भाग लेने की उम्मीद है. हम निवेशकों के सामने बिहार के अफसर एक विस्तृत प्रस्तुति देंगे. वर्ल्ड फूड इंडिया तीन नवंबर से ही शुरू हुआ है.
The Bihar pavilion at World Food India 23 at Pragati Maidan New Delhi showcases the giant strides of progress the state has made. The growth story of Bihar along with a futuristic vision has been displayed under – Advantage Bihar, Startup Bihar, MSME Zone and Industrial… pic.twitter.com/kKQW0jUsSC
— Sandeep Poundrik (@SandeepPoundrik) November 3, 2023
बिहार की प्रगति को वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 में किया जा रहा प्रदर्शित
अपर मुख्य सचिव ने लिखा कि नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 में बिहार पवेलियन द्वारा राज्य में हुई विशाल प्रगति को प्रदर्शित किया जा रहा है. यहां एडवांटेज बिहार, स्टार्टअप बिहार, एमएसएमई जोन और औद्योगिक परिदृश्य के अंतर्गत बिहार की प्रगति को भविष्य की दृष्टि के साथ दर्शाया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे बी2बी सुविधा केंद्र ने काफी हलचल पैदा कर दी है.
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