ब्यूरो, नयी दिल्ली. लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र में बिहार में निवेश हाल के वर्षों में काफी बढ़ा है. राज्य में खाद्य आधारित उद्योग के प्रति निवेशक आकर्षित हो रहे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में वर्ष 2018-19 से वर्ष 2022-23 के दौरान 76437 करोड़ रुपये की नये निवेश प्रस्ताव मिले और इस दौरान 38057 करोड़ रुपये की लंबित प्रस्तावों को पुनर्जीवित किया गया.
इस क्षेत्र में निवेश के मामले में बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो गया है. यह दावा एमएसएमई एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और कंफेडरेशन ऑफ ऑर्गेनिक फूड प्रोड्यूसर्स एंड मार्केटिंग एजेंसियों द्वारा किये गये अध्ययन में किया गया है. अध्ययन रिपोर्ट जारी करते हुए एमएसएमई एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष डीएस रावत ने कहा कि बिहार में 77136 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी कर ली हैं और हजारों करोड़ की परियोजनाओं पर काम तेजी से चल रहा है.
यह निवेश सूक्ष्म, लघु और मध्यम क्षेत्र में हुआ है और इससे क्षेत्र को मजबूती मिली है. निवेश बढ़ने से राज्य में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे और कृषि क्षेत्र के बाद यह सबसे बड़ा क्षेत्र बन गया है. एक अनुमान के मुताबिक मौजूदा समय में बिहार लगभग 40 लाख छोटे एवं लघु एवं सूक्ष्म उद्योग है.
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वहीं सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार बिहार में वर्ष 2022-23 में 22667 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी हुई, जबकि वर्ष 2021-22 में 15492 करोड़ रुपये और 2020-21 में 25395 करोड़ रुपये की परियोजना पूरी हो पायी.