पटना. बिहार की राजनीति में वो आखिरी पीढ़ी भी खत्म होती जा रही है जो राजनीतिक बहसों में व्यक्तिगत हमले नहीं करते थे. रविवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष और गंभीर राजनीतिक बयानबाजी करनेवाले जगदानंद सिंह भी नीतीश कुमार पर व्यक्तिगत हो गये. उन्होंने कहा कहा कि सीएम नीतीश के पिता जी उनके लिए कितने धन छोड़कर गये थे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहते है कि वह वैद्य के पुत्र हैं और उनके पिताजी दवा बेचते थे, तो नीतीश कुमार बताये कि उनके पिताजी कितना धन छोड़ गये थे.
प्रदेश राजद कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए जगदानंद सिंह ने सीएम नीतीश पर भ्रष्टाचार व कानून व्यवस्था से जुड़े कई गंभीर आरोप लगाये. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मेरी सलाह है कि ईमानदारी की बात करनी है, तो पहले अपने भीतर झांकें. जगदानंद ने कहा कि नीतीश कुमार त्यागी हैं, तो फिर चुनाव में इतने खर्च कहां से करते हैं.
उन्होंने कहा कि जब तेजस्वी उपचुनाव के दौरान एक हेलीकॉप्टर से प्रचार कर रहे थे, तब नीतीश और उनके सहयोगी 12 हेलीकॉप्टर से प्रचार कर रहे थे. इसके लिए पैसे कहां से आये थे. साथ ही उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है कि कौन कितना ईमानदार है. इस दौरान उन्होंने सुशील मोदी और पीएम नरेद्र मोदी पर भी तंज कसते हुए कहा कि दोनों मोदी में से कौन कितना ईमानदार है. जगदानंद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए हर घर में हजार-हजार रुपये बांट रहे थे.
जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद लालटने युग में नहीं जाना चहता है. हम हमेशा आगे बढ़ रहे हैं. वहीं जिसके घरों में आज भी लालटेन जल रही है, उनके विकास के लिए लालू यादव, राबड़ी देवी, राजद और तेजस्वी हमेशा लड़े थे और आगे भी लड़ेंगे. साथ ही जगदानंद सिंह ने कहा कि जब हमारा शासन था, तब हम लोग बिहार पब्लिक कमीशन के द्वारा टीचर, इंजीनियर, प्रोफेसर और इत्यादी पदों को भरते थे, लेकिन आज लूट मची है.
श्री सिंह ने दावा किया है कि डबल इंजन सरकार पर डबल खतरा मंडरा रहा है. आरोप लगाया कि बिहार को हर क्षेत्र में पीछे धकेलने वाली राज्य की सरकार आज लोगों को गुमराह करने में लगी है, लेकिन युवा वर्ग सब जानता है. मुख्यमंत्री राजद के सवालों का जवाब नहीं दें, लेकिन जनता जब सवाल करेगी तो बोलना ही पड़ेगा.
जगदानंद ने कहा कि इतिहास में हम भी नहीं जाते लेकिन अगर इतिहास के नाम पर बिहार का भविष्य चौपट करेंगे तो बोलना पड़ेगा. बाढ़ बिजली घर की मंजूरी 1998 में राबड़ी देवी की सरकार ने दी थी. हम जो भी बिजली देते थे उसका 80 प्रतिशत बिहार में उत्पादन करते थे. आज बिहार अकेला ऐसा राज्य है जहां बिजली उत्पादन शून्य है.
Posted by Ashish Jha