जमुई जिले की सोने पुलिस ने बुधवार को बच्चा चोरी करने वाले एक परिवार का पर्दाफाश किया है. इस मामले में पुलिस ने पश्चिम बंगाल के सियादह से चोरी की गई सात माह की एक मासूम बच्ची को बरामद कर लिया. वहीं चोरी के आरोपित एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. स्थानीय पुलिस ने कोलकाता से आयी पुलिस की टीम को चोरी की गयी बच्ची और आरोपित दोनों सौंप दिया. इस पूरे प्रकरण के बारे में पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया है कि किस तरह बच्ची की चोरी करके ये लोग भागे थे.
बच्चा चोर गिरफ्तार, मास्टरमाइंड फरार
जमुई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक बच्चा चोर परिवार का पर्दाफाश किया है. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान सोनो थाना क्षेत्र के लखनकियारी रविदास टोला निवासी नंद किशोर दास के रूप में हुई है. वहीं बच्ची चोरी कांड का मुख्य आरोपित और गिरफ्तार नंद किशोर का पुत्र सुरेश दास उर्फ देबू फरार है. बुधवार को सियालदाह के मुचीपाड़ा थाना से बच्ची की मां को साथ लेकर आयी कोलकाता पुलिस के पास बरामद बच्ची और गिरफ्तार आरोपित को सौंप दिया गया.
फुटपाथ से बच्चे को चुराकर भागा
मामले को लेकर सोनो थाना में बुधवार को प्रेस वार्ता करते हुए झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि लखनकियारी रविदास टोला निवासी सुरेश दास और उसके पिता नंद किशोर दास सियालदह कोलकाता में लेबर और मोची का काम करते थे. बीते रविवार 19मई की रात्रि दोनों पिता पुत्र ने फुटपाथ पर सोई एक महिला के बगल से उसकी मासूम बच्ची को उठा लिया. बच्ची भी सोई हुई थी और उसे दोनों ने चुरा लिया. उसके बाद पहले तो बच्ची को कोलकाता में ही बेचने की दोनों ने कोशिश की. लेकिन जब अपने मकशद में वो सफल नहीं हो सके तो बच्ची को लेकर सोनो आ गए.
डील हो चुकी थी तय, धराया बच्चा चोर
पुलिस ने बताया कि ये बच्चा चोर सोने आकर सुरेश बाबूडीह पंचायत के मंडवाटांड़ स्थित अपने मामा परमेश्वर दास के घर आकर छिप गए. मामा के घर में बच्ची को छह हजार रुपए में बेचने का सौदा किया जा रहा था. परंतु इसी बीच वहां के चौकीदार को इसकी भनक लग गई और उसने सोनो थानाध्यक्ष को बीते 21 मई की रात्रि में इसकी जानकारी दी.
पुलिस ने बच्ची को भी बरामद किया
बच्ची की चोरी और सौदा होने की सूचना मिलते ही झाझा एसडीपीओ ने अपने नेतृत्व में थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दीनानाथ सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ टीम बनाकर छापेमारी किया और मंडवाटांड़ से बच्ची को बरामद कर लिया. इस दौरान मुख्य आरोपित सुरेश दास उर्फ देबू तो फरार हो गया परंतु उसका पिता नंदकिशोर दास पुलिस की गिरफ्त में आ गया. मामले को लेकर पुलिस अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है. कांड को लेकर मुचीपारा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.