जमुई. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में रविवार को शहर के बोधबन तालाब के समीप स्थित पीडी मध्य विद्यालय परिसर में विधिक जागरूकता शिविर लगाया गया. जागरूकता शिविर का विषय नालसा की आदिवासी एवं जनजातियों के संरक्षण एवं प्रवर्तन के लिए विधिक सेवा योजना थी. कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता राजीव कुमार तथा पारा विधिक सेवक स्मिता कुमारी ने किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पैनल अधिवक्ता ने बताया कि आदिवासी व जनजाति समुदाय भारतवर्ष के सबसे प्राचीन समुदाय हैं. लेकिन अभी वह मुख्य धारा से दूर हैं. उनके जीवन में व्यापक सुधार, सामाजिक व शैक्षणिक उन्नति के लिए बहुत सारे कार्य किए जाने हैं. उनके अधिकारों एवं विधिक सेवा के लिए नालसा की ओर से योजना बनायी गयी है, जिससे आदिवासी समुदाय अपने अधिकारों से परिचित हो समाज की मुख्य धारा से जुड़ सके. प्राधिकार की ओर से नि:शुल्क विधिक सेवा कार्यक्रम के माध्यम से ऐसे लोग आवश्यकता पड़ने पर लाभ प्राप्त कर सकते हैं. उनके आत्मसम्मान एवं संवैधानिक अधिकार के संरक्षण के लिए विधिक सेवा संस्थान सजग है. कार्यक्रम में आगामी 14 सितंबर 2024 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के विषय में भी लोगों को जानकारी देते हुए बताया गया कि लोक अदालत में सभी प्रकार के सुलहनीय वाद सुगमता से निष्पादित किये जा सकते हैं. पैनल अधिवक्ता ने लोगों को विधिक सेवा संस्थाओं द्वारा प्रदत्त नि:शुल्क विधिक सेवा का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया. मौके पर विधिक सेवा प्राधिकार के सदस्य सहित स्थानीय लोग मौजूद थे.
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