झाझा. झाझा शहर को जोड़ने वाली महापुर-झाझा के मध्य अवस्थित बरमसिया नदी पर नए पुल व जर्जर पुल की तत्काल जीर्णोद्धार को लेकर गुरुवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं व सर्वदलीय संगठन के सदस्यों ने मांग की है. इस दौरान उपस्थित सदस्यों ने सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं ने नए पुल की मांग को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी रविजी को एक ज्ञापन भी सौंपा. इसे लेकर जन संघर्ष मोर्चा संयोजक सह बिहार किसान समिति जिलाध्यक्ष विनोद यादव, सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता सूर्या वत्स समेत कई लोगों ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व दिग्विजय सिंह द्वारा बनाया गया पुल अब बहुत पुराना हो चुका है. और इसकी जगह पर एक नए पुल की जरूरत है. जिसे वर्तमान सरकार को ध्यान देते हुए काम करनी चाहिए. उपस्थित सदस्यों ने सरकार से कहा कि तत्काल पुल का जीर्णोद्धार किया जाए और इसी घाट पर एक नयी पुल बनवाई जाए, ताकि झाझा प्रखंड के चार पंचायत के अलावा झाझा, सोनो, चकाई प्रखंड के सैंकड़ों गांव के लोगों को सुविधा मिल सके. सदस्यों ने कहा कि सोनो, झाझा, चकाई प्रखंड के कई गांवों को जोड़ने वाली यह पुल कई मायनों में अहम है. इससे यातायात की सुविधा के अलावा सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को अपनी शैक्षणिक व्यवस्था व अन्य सभी तरह की जरूरतों के लिए शहर आना पड़ता है, जो बरमसिया पुल ही एक आधार है. इसलिए नए पुल की सख्त जरूरत है. उपस्थित सदस्यों ने कहा कि अविलंब यदि उस पर विचार नहीं किया गया तो आगामी 22 सितंबर को बरमसिया पुल के गणेशी घाट मंदिर के प्रांगण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा. 25 सितंबर को लापरवाह पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों का पुतला दहन किया जाएगा. इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है तो आगामी 30 सितंबर को बरमसिया पुल को जाम किया जाएगा, ताकि सरकार उसपर अमल कर सके. मौके पर संतोष कुशवाहा, विनोद दास, मनोज ठाकुर, मुकेश दास, सत्यार्थी सर्व सुशांत, श्याम सुंदर गुप्ता, शंकर यादव, दिनेश साह, अरुण यादव, सोनू यादव, अरविंद दास, दीपक यादव समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
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