झाझा. नागी पक्षी अभयारण्य में नागी को रामसर स्थल में घोषित किये जाने पर वनकर्मियों के बीच एक दिवसीय आद्रभूमि संरक्षण व प्रबंधन सबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यशाला में आद्रभूमि के विशेषज्ञ डॉ एस कुमार, डॉ जय कुमार ने कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले वनकर्मी को बताया कि यह स्थल एक अलग पहचान स्थापित किया है. अब सभी लोगों पर जिम्मेवारी बढ़ चुकी है. इस आश्रयणी केंद्र को आगे बढाने में आपका योगदान ही सर्वश्रेष्ठ होगा. प्रशिक्षकों ने बताया कि आर्द्रभूमि के महत्व के बारे में लोगों को संवेदनशील बनाना, आर्द्रभूमि मित्र के कार्यक्षेत्र को बढ़ाना और आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए नागरिक भागीदारी का निर्माण करना शामिल होगा. इस दौरान प्रशिक्षक ने उपस्थित वनकर्मियों को नागी पक्षी आश्रयणी में घूम-घूम कर लोगों को उसके बारे में विस्तार पूर्वक बताया. साथ ही प्रशिक्षित किया. मौके पर रेंजर रवि कुमार, वनपाल अनीश कुमार समेत कई लोग मौजूद थे.
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