जहानाबाद : बिहार के जहानाबाद जिले के ओकरी थाना क्षेत्र के भाना बीघा गांव की एक गर्भवती महिला अपने देवर के साथ जांच कराने सदर अस्पताल आयी थी. अस्पताल परिसर में पहुंचते ही उसे दर्द शुरू हुआ. जिसके बाद वह अस्पताल परिसर में ही बैठ गयी. वहीं, उसने एक बच्चे को जन्म दिया. महिला के साथ रहे उसके देवर एएनएम तथा चिकित्सक को ढूंढ़ते रह गये, लेकिन समय पर कोई अस्पताल कर्मी नहीं मिला और न ही प्रसुता को चिकित्सीय सुविधा ही मिल पाया.
प्रसव के बाद जब इसकी जानकारी अस्पताल कर्मियों को हुई तब आनन-फानन में उक्त महिला को वार्ड में एडमिट कराया गया. जबकि, उसके नवजात को एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. महिला सोना लाल की पत्नी बतायी जाती है. जो कि 7 माह की गर्भवती थी.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि उक्त गर्भवती महिला अपने देवर के साथ जांच कराने सदर अस्पताल आयी थी. देवर गर्भवती महिला को बाइक पर लेकर घर से सदर अस्पताल पहुंचा था. सदर अस्पताल परिसर में पहुंचते ही महिला को तेज दर्द शुरू हो गया. महिला परिसर में ही बैठ गयी तथा दर्द से छटपटाने लगी. यह देख अस्पताल में इलाज कराने आयी अन्य महिलाओं ने उसे घेर लिया. जबकि, उसके साथ आये देवर एएनएम तथा चिकित्सक को ढूंढ़ने के लिए अस्पताल में चला गया.
इधर, महिला ने परिसर में ही बच्चे को जन्म दिया. जन्म के बाद अस्पताल कर्मी द्वारा महिला तथा उसके बच्चे को महिला वार्ड में एडमिट किया गया. बच्चे की स्थिति नाजुक देख उसे एसएनसीयू में रखा गया है. जबकि, महिला को वार्ड में रखा गया है.