जहानाबाद
. जिले में जालसाज गिरोह लोगों को कई तरह का प्रलोभन देकर अपना शिकार बनाने में जुटे हैं. शनिवार को एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जहां एक व्यवसायी को लोन दिलाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी कर ली. इस संदर्भ में नगर थाना क्षेत्र के उत्तरी आर्य पथ मलहचक के रहने वाले संजय कुमार ने नगर थाना में ठगी की प्राथमिकी दर्ज करायी है. सूचक ने पुलिस को दिये शिकायत में कहा है कि शिवाजी पथ में एक प्रचलित इलेक्ट्राॅनिक दुकान है जिसमें टीवी, फ्रिज, कूलर जैसे कई सामानों की बिक्री की जाती है. 10 अगस्त को दुकान पर एक व्यक्ति आया और उसने अपना नाम चंदन सिंह बताया जो अपने को पशुपालन विभाग का अधिकारी बता कर मेरे दुकान से कुछ सामान भी खरीदा. उसने मुझसे कहा कि मैं आपको पशुपालन विभाग से डेयरी उद्योग लगाने के लिए लोन दिलवा सकता हूं. मैं 20 लाख रूपये लोन दिलवा दूंगा लेकिन इसके लिए कागजी प्रक्रिया करनी पड़ेगी जिसमें कुछ खर्च आयेगी. जिसके बाद उसने अपना मोबाइल नंबर भी दिया एवं मुझसे भी मेरा मोबाइल नंबर लिया. चंदन ने डेयरी उद्योग लगाने के लिए लोन दिलवाने के नाम पर कागजी प्रक्रिया करने के लिए उनके आदमियों ने मुझसे फोन करके 6 अगस्त से 20 सितंबर तक कुल 17 बार में 2 लाख 92 हजार रुपये अपने पेटीएम मोबाइल नंबर पर लिया. पेटीएम नंबर पर यह रुपये विभिन्न तिथियों में दिया गया लेकिन चंदन सिंह ने डेयरी लगाने के लिए लोन नहीं दिलवाया. जिसके बाद आरोपित के भाई भी मोबाइल से फोन करके तो कभी कोई पशुपालन विभाग का ऑफिसर बनकर, तो कभी डाक विभाग का अधिकारी बनकर अलग-अलग मोबाइल नंबर से फोन करके चंदन सिंह का आदमी बताया और कहा कि आपको बहुत जल्द ही लोन मिल जायेगा जिसके बाद आरोपित से पूछने पर उन्होंने बताया कि वे सभी उनके आदमी हैं.
8 अगस्त को मेरे दुकान पर आरोपित आकर मुझे कुछ कागजात दिखाये और उस पर मेरा हस्ताक्षर भी लिया, जिसके बाद विश्वास दिलाया कि बहुत जल्द ही आपका लोन सैंक्शन हो जायेगा. वर्ष 2022 के नवंबर में आरोपित आया और मुझसे कहा कि आपका काम हो गया है. मुझे तत्काल डेढ़ लाख रुपये कैश दे दीजिए जिसके बाद विश्वास करके डेढ़ लाख रुपये भी दे दिये. काफी दिन बीत जाने के बावजूद मुझे लोन नहीं मिला, तो मैंने उनसे अपना पैसा मांगा तो आरोपित ने बंधन बैंक का एक चेक 50 हजार रुपये का दिया. जब मैं पैसे के भुगतान के लिए बैंक गया, तो राशि का अभाव बताते हुए बैंक से लौटा दिया गया जिसके बाद फिर से आरोपित से मिलकर अपना पैसा भुगतान की मांग किया तो पैसा देने से इंकार कर गया. शिकायतकर्ता ने कहा है कि लोन दिलाने के नाम पर 4 लाख 42 हजार की ठगी मेरे साथ की गयी है.
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