जहानाबाद. नगर परिषद के सफाई कर्मियों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय से मिलकर नगर परिषद के एक पूर्व सफाईकर्मी मनोज कुमार के इपीएफ सहित अन्य सभी बकाया पैसा उसकी बेटी को दिलाने की मांग की. नगर परिषद के सफाईकर्मी मनोज कुमार की तीन साल पहले मौत हो गयी थी, किंतु अभी तक उनके इपीएफ सहित अन्य लाभ उनकी पत्नी शांति देवी को नहीं दिया गया, जिसके कारण पैसे के अभाव में उक्त सफाईकर्मी की पत्नी शांति देवी का बेहतर ढंग से इलाज नहीं हुआ और उसकी भी मौत हो गयी. इसी को लेकर नगर परिषद के सफाईकर्मी पूर्व सफाईकर्मी की पत्नी शांति देवी की लाश के साथ गुरुवार को नगर परिषद के समक्ष प्रदर्शन किये थे. इसके बाद शुक्रवार को उन लोगों ने जहानाबाद के जिलाधिकारी से मिलकर उनके बकाया पैसे दिलाने की मांग की, ताकि बगैर मां-बाप के सफाईकर्मी की बेटी का जीवन-यापन हो सके. उन लोगों ने उनकी बेटी को नगर परिषद में नौकरी दिलाने की भी मांग की. इस मौके पर मनोज कुमार और शांति देवी की बेटी प्रीति कुमारी ने बताया कि उसकी मम्मी पिछले तीन साल से पापा के बकाये पैसे के लिए नगर परिषद दौड़ रही थी, किंतु यहां के अकाउंटेंट पैसे के भुगतान में कोई सहयोग न कर केवल उसकी मम्मी को टहला रहे थे. उसकी मम्मी बीमार रहती थी. घर में पैसा नहीं रहने के कारण उनका बेहतर ढंग से इलाज नहीं हो सका और उनकी मृत्यु हो गयी. प्रीति ने इसका आरोप नगर परिषद के अकाउंटेंट पर लगाया है.
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