जहानाबाद नगर.
डीएम अलंकृता पांडेय की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में नीलाम पत्र वाद की समीक्षा बैठक की गयी. बैठक में प्रभारी पदाधिकारी नीलाम शाखा को निर्देशित किया गया कि उन सभी वादों की जिनकी राशि एक लाख से कम है, को अनुमंडल एवं अंचल स्तर पर भेजें जिससे कि नीलामवाद की सुनवाई त्वरित रूप से की जा सके. जिले में जून माह के अंत तक लगभग 8000 मामले नीलामबाद के तहत सुनवाई के लिए प्राप्त है जिनमें करवाई की जा रही है. इनमें बैंकिंग, खनन विभाग, उत्पाद, वाणिज्य विभाग के ज्यादातर मामले हैं. डीएम द्वारा निर्देशित किया गया कि जो भी मामले हैं, उनमें धारा 7 के तहत नोटिस जारी करते हुए तामिला कराए एवं जिन पक्षों को वारंट जारी है, उनमें संबंधित थाना से उन पक्ष की जिनसे वसूली की जानी है, की उपस्थिति सुनवाईकर्ता नीलम पदाधिकारी के समक्ष कराएं. आवश्यक समन्वय के लिए जिले में लॉ एंड ऑर्डर की बैठकों में इस मुद्दे को रखें एवं एसपी के माध्यम से अधिक से अधिक मामलों में जिनके विरुद्ध वारंट जारी है, उनकी उपस्थिति नीलम पदाधिकारी के समक्ष कराएं. पुराने वारंट को पुन: अद्यतन करने का निर्देश दिया गया. डीएम द्वारा स्पष्ट रूप से सभी नीलाम पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि वैसे 20 मामले जिन में राशि अत्यधिक है उनमें तत्परता के साथ तामिला एवं तमिला के बाद चेतावनी देते हुए यदि राशि वसूल नहीं हो पा रही हो तो वारंट जारी कर उस पर अग्रेत्तर कार्यवाही यथाशीघ्र करें, जिससे कि नीलामवाद के अंतर्गत राशि की वसूली बढ़ाई जा सके. बैंकिंग संबंधी जिलास्तरीय सलाहकार समिति एवं समीक्षा समिति की बैठकों में बैंकिंग के मामलों में जो भी नीलामवाद दायर है, उसमें तामिला के लिए बैंकिंग की अपनी-अपनी रिकवरी टीम को सहयोग करने का एजेंडा आगामी बैठक में रखने का भी निर्देश नीलाम शाखा के प्रभारी पदाधिकारी को दिया गया. बैठक में एडीएम ब्रजेश कुमार, एसडीओ विकास कुमार, डीटीओ राहुल कुमार, नीलाम शाखा की प्रभारी पदाधिकारी कंचन कुमारी झा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, भूमि सुधार उपसमाहर्ता उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है