जहानाबाद.
सदर अस्पताल जहानाबाद में अगलगी की घटना से निबटने के लिए पर्याप्त साधन और इंतजाम का अभाव पाया गया है. जिला अग्निशामक पदाधिकारी प्रभा कुमारी और विद्युत विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल की इमरजेंसी, वार्ड, ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, एसएनसीयू, फैब्रिकेटेड बिल्डिंग, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी, दवा वितरण केंद्र, सदर अस्पताल के स्टोर सहित विभिन्न हिस्सों में गयी और वहां आग पर काबू पाने के लिए किये गये उपायों का अवलोकन किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए सदर अस्पताल में आग से बचने के लिए किये गये उपाय और आग बुझाने के यंत्रों की स्थिति जानने के लिए यहां आयी हैं. भीषण गर्मी और हिट वेव के कारण कहीं भी कभी भी अग्नि का तांडव हो सकता है. ऐसे में हमें पहले से ही विभिन्न सार्वजनिक संस्थानों में इसकी व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखनी होगी. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल की ओपीडी में आग लगी कि किसी घटना से निबटने के लिए कोई भी संसाधन नहीं है. वहां फायर एक्सटिंग्विश भी नहीं लगाया गया है. फायर अलार्म और हाइड्रेट सिस्टम की तो बात ही दूर है. इमरजेंसी वार्ड फिलहाल पीकू वार्ड की टेंपरेरी बिल्डिंग में चलाया जा रहा है. वहां फायर फायर एक्सटिंग्विश लगाये गये हैं, किंतु वहां फायर अलार्म सिस्टम और हाइड्रेट सिस्टम नहीं लगाया गया है. पीकू वार्ड की बिल्डिंग में जाने और निकालने के लिए एक ही गेट बनाया गया है जो आग लगने की स्थिति में खतरनाक है, वहां एंट्री और एक्जिस्ट का अलग-अलग गेट बनाना जरूरी है. एसएनसीयू में फायर एक्सटिंग्विश और फायर अलार्म सिस्टम लगा है, किंतु हाइड्रेंट सिस्टम वहां भी नहीं लगा है. ऐसे में वह सदर अस्पताल के अधीक्षक और प्रबंधक से इस मामले में बातचीत करेंगी और उन्हें अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी. सदर अस्पताल की अग्नि से सुरक्षा के लिए और जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देश दिये जायेंगे. जिला अग्निशमन पदाधिकारी के साथ निरीक्षण के दौरान फायर ब्रिगेड के कई अन्य कर्मी और अधिकारी मौजूद थे. जिला अग्निशामक पदाधिकारी राज्य सरकार और जिला पदाधिकारी के विशेष निर्देश पर सदर अस्पताल की ऑडिट के लिए यहां पहुंची थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है