जहानाबाद.
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में संबंधित अन्य विभागों की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है. विभिन्न विभागों के बीच आपसी सहयोग व समन्वय से ही समाज के अंतिम व्यक्ति तक कल्याणकारी स्वास्थ्य योजनाओं की पहुंच संभव है. उक्त बातें जिला स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक में सोमवार को सिविल सर्जन डॉ देवेंद्र प्रसाद ने कही. सिविल सर्जन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य, आइसीडीएस, जीविका सहित सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. जिला स्वास्थ्य समिति व स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीएसआइ इंडिया के सहयोग से आयोजित इस बैठक में सिविल सर्जन सहित,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह प्रभारी अधीक्षक सदर अस्पताल डॉ प्रमोद कुमार, डीपीओ आइसीडीएस रचना, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक मो खालिद हुसैन, पीएसआइ इंडिया के जिला प्रबंधक नीरज कुमार, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी चंद्रशेखर, डीपीसी सुनील कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी संजीत रंजन, डीसीएम धीरज कुमार सहित संबंधित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे. सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के प्रति प्रतिबद्ध है. इसके लिए विभाग चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे तकनीकी विकास से तालमेल स्थापित करते हुए उच्चतम सुविधा लोगों को उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयासरत है. विभाग द्वारा संचालित विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में संबंधित अन्य विभागों का अपेक्षित सहयोग जरूरी है, ताकि हम अपने उद्देश्यों में कामयाब हो सकें. बाल स्वास्थ्य, सुरक्षित मातृत्व व परिवार नियोजन संबंधी सेवाओं की जानकारी व लाभ आम लोगों तक पहुंचाने में विभिन्न विभागों से प्राप्त सहयोग, समन्वय व समर्थन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सफल संचालन में सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कराना जिला स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक का उद्देश्य है.क्रियान्वयन में सभी का सहयोग जरूरी :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह प्रभारी अधीक्षक सदर अस्पताल डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय बेहद जरूरी है. स्वास्थ्य एक समग्र विषय है, जो केवल स्वास्थ्य विभाग तक सीमित नहीं है. स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में अन्य विभागों की सक्रिय भागीदारी व सहयोग महत्वपूर्ण है. परिवार नियोजन कार्यक्रम पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ये केवल जनसंख्या स्थिरीकरण ही नहीं, बल्कि मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी मामलों में सुधार के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है. परिवार नियोजन के प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने व संबंधित सेवाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने में सभी विभागों से उन्होंने सक्रिय सहयोग की अपील की.विभागीय सेवाओं को एकीकृत करने की जरूरत :
पीएसआइ इंडिया के जिला प्रबंधक नीरज कुमार ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता जरूरी है. सही जानकारी व जरूरी संसाधनों तक लोगों की आसान पहुंच सुनिश्चित कराने में विभिन्न विभागों का सहयोग महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन व लोक निर्माण जैसे विभिन्न विभागों की सेवाओं को एकीकृत करके परिवार नियोजन कार्यक्रम को अधिक समग्र व सफल बनाया जा सकता है. दूरस्थ क्षेत्रों तक सेवाओं की पहुंच, आउटरीच में सुधार, संसाधनों की दक्षता, सही व स्पष्ट जानकारियों का प्रचार-प्रसार, बेहतर निगरानी व जन सहभागिता को बढ़ाने के लिहाज से भी ये बेहद कारगर हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है