पटना जिले के बिहटा में पिछले दिनों बालू माफियाओं की वारदात के बाद राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने शुक्रवार को बैठक कर पांच जिलों को लगातार संयुक्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसमें पटना, भोजपुर, सारण, कैमूर और रोहतास जिला शामिल हैं. मुख्य सचिव ने सभी पांच जिलों के डीएम, डीआइजी, एसएसपी, एसपी और खनन अधिकारियों से कहा है कि हर महीने वे बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की समीक्षा करेंगे. जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों में भी संयुक्त कार्रवाई का अभियान शुरू होगा.
खनन व ढुलाई की होगी 24 घंटे निगरानी
मुख्य सचिव ने कहा कि बालू खनन और ढुलाई की 24 घंटे निगरानी होगी. मुख्य सचिव ने बैठक में बालू के अवैध परिवहन की संभावना वाले जिलों और उनके स्थलों की पहचान करने का निर्देश दिया है. साथ ही बालू के अवैध परिवहन को लेकर जांच के लिए चेकपोस्ट बनाने के स्थलों को चिह्नित कर रिपोर्ट मांगी है.
बनेंगे नये नदी थाने
नदियों में अवैध बालू खनन और नावों से उनकी ढुलाई को रोकने के लिए नये नदी थाने बनाये जायेंगे. इसके लिए जिलों को प्रस्ताव भेजने को कहा. खनन माफियाओं को पकड़ने के साथ ही उन्हें सजा दिलाने की कार्रवाई में तेजी लाने तथा एफआइआर के बाद तय समय में अनुसंधान कर न्यायालय में ठीक ढंग से सभी पहलुओं को रखने का निर्देश दिया.
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खान एवं भूतत्व विभाग के पुलिस बल गठन पर हुई चर्चा
बैठक में मुख्य सचिव ने खान एवं भूतत्व विभाग को करीब चार सौ की संख्या में अपना पुलिस बल के गठन के संबंध में भी निर्देश दिया. बैठक में मुख्य सचिव के साथ गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, डीजीपी आरएस भट्टी, सभी पांच जिलों के डीआइजी, डीएम, एसएसपी, एसपी, खनन अधिकारी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से जुड़े रहे. वहीं खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव धर्मेंद्र कुमार सहित, एडीजी कानून व्यवस्था संजय कुमार सिंह और पटना के आइजी राकेश राठी मौजूद रहे.