भभुआ कार्यालय. अगर आप अपनी बाइक से भभुआ शहर में आये हैं या शहर में किसी काम से निकले हैं, तो सावधान हो जाइए. क्योंकि, कहीं से भी पलक झपकते बाइक चोर गिरोह आपकी बाइक को उड़ा ले जायेंगे और पुलिस भी वर्तमान समय में आपकी कुछ भी मदद नहीं कर पायेगी. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि पिछले तीन महीने में भभुआ शहर से हुई बाइक चोरी का रिकॉर्ड कह रहा है. भभुआ शहर में बाइक चोरों का आतंक ऐसा है कि पिछले तीन महीनों में सिर्फ भभुआ बाजार से 20 बाइक की चोरी की गयी है. इसके अलावा भभुआ शहर से ही दो स्कॉर्पियो व एक इ-रिक्शा की चोरी कर ली गयी है. सबसे बड़ी बात यह है कि बाइक चोर गिरोह बैक टू बैक चोरी की घटना को बेखौफ होकर अंजाम दे रहा है और भभुआ की पुलिस पिछले तीन से चार महीने से हो रही चोरी के मामलों में एक भी उद्भेदन नहीं कर पायी है. चोरों की इच्छा शहर में जहां चोरी करने की हो रही है, वहां से बाइकों की चोरी बड़े आराम से कर ले जा रहे हैं. लेकिन, पुलिस की स्थिति यह है कि चोरों को पकड़ना तो दूर उनका पता लगा पाने में भी पूरी तरह से नाकाम है. इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि लोग अपनी बाइकों की रक्षा स्वयं करें. वर्तमान में पुलिस के भरोसे अपने बाइकों की सुरक्षा छोड़ते हैं, तो कभी और कहीं भी उन्हें अपनी बाइक से हाथ धोना पड़ सकता है. उदाहरण के तौर पर पिछले तीन महीने में भभुआ शहर के सिर्फ कचहरी गेट से 12 बाइकों की चोरी हो चुकी है. बाइक चोर गिरोह के लिए कचहरी गेट से मोटरसाइकिल का चोरी करना सबसे सॉफ्ट टारगेट है. कोई भी व्यक्ति कचहरी में कोई काम से आता है और वह अपनी बाइक को कचहरी गेट के आसपास लगाकर जाता है, तो पहले से घात लगाये चोर बाइक के मालिक को कचहरी के अंदर प्रवेश करते ही बाइक को लेकर फरार हो जाते हैं. पहले भी बाइकों की चोरी होती थी, तो जब तक चोर गिरोह पकड़े नहीं जाते थे तब तक जिन जगहों से अधिक बाइक की चोरी होती थी उन जगहों पर सादे लिबास में पुलिसबल की तैनाती की जाती थी. इससे चोरी में निश्चित रूप से कमी आ जाती थी. लेकिन, चोर गिरोह का उद्भेदन नहीं करने के साथ साथ इसे लेकर गंभीरता से चोरी को रोकने के लिए कोई कारगर उपाय भी पुलिस द्वारा नहीं किये जाने के कारण कचहरी गेट सहित शहर से बाइकों की चोरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. भभुआ शहर में दो जगह कचहरी गेट और सदर अस्पताल ऐसे हैं, जहां से आये दिन बाइकों की चोरी हो रही है. – सीसीटीवी में चोरी की घटना कैद होने के बाद भी नहीं पकड़े जा रहे चोर बड़ी बात यह है कि शहर में कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसमें बाइक की चोरी कैद हो जा रही है. चोरों के चोरी का तरीका व उसकी तस्वीर भी सीसीटीवी कैमरे में कई बार नजर आ रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद पुलिस चोरों को पकड़ने में अभी तक नाकाम हैं. पिछले चार महीनों से जिस तरह से शहर से बाइकों की चोरी हो रही है, उसमें यह कहना गलत नहीं होगा कि पुलिस बाइक चोरी के रोकथाम को लेकर गंभीरता से कार्रवाई नहीं कर रही है. अगर पुलिस द्वारा बाइक चोरी के मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की गयी होती, तो पिछले चार महीने में कोई न कोई बाइक चोर गिरोह निश्चित रूप से पुलिस की पकड़ में आता. – बाइक की चोरी से आर्थिक रूप से टूट जाता है सामान्य परिवार पुलिस के रिकॉर्ड में भले ही बाइक की चोरी गंभीर अपराध के श्रेणी में न आता हो, लेकिन जब किसी व्यक्ति की बाइक चोरी चल जा रही है तो उसकी कमर ही टूट जा रही है. कई लोगों का काम व कारोबार ही बाइक पर आधारित है. बड़े मुश्किल से थोड़ा थोड़ा पैसा इकट्ठा कर लोगों द्वारा बाइक खरीदा जाता है और उसे चोर मिनट भर में ही उड़ा ले जाते हैं और कौड़ी के भाव उसे बेच दिया जाता है. कई बार ऐसा देखा गया है कि चोरी बाइकों को शराब के तस्करी में भी इस्तेमाल किया जाता है. बाइक चोर गिरोह लाख रुपये की बाइक को महज पांच से 10 हजार रुपये में बेच देते हैं और उस बाइक को शराब तस्कर शराब की तस्करी में इस्तेमाल करते हैं. इधर, जिस व्यक्ति की बाइक चोरी जाती है वह थाने में दौड़ लगाते लगाते अंत में निराश होकर घर बैठ जाता है और उसका काम और कारोबार दोनों बुरी तरह से प्रभावित होता है. – क्या कहते हैं एसडीपीओ एसडीपीओ शिवशंकर कुमार ने बताया कि बाइक चोर गिरोह के उद्भेदन के लिए पुलिस की टीम लगातार काम कर रही है. बहुत जल्द इसका उद्भेदन कर लिया जायेगा. स्कॉर्पियो की चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ा जा चुका है. स्कॉर्पियो की बरामदगी के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है. बहुत जल्द दोनों गिरोह का उद्भेदन कर लिया जायेगा. इनसेट सदर अस्पताल से फिर हुई बाइक की चोरी भभुआ सदर. सोमवार को सदर अस्पताल से एक बार फिर बाइक की चोरी हो गयी. उसका फुटेज सदर अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में कैद है. उक्त बाइक एक यू टूयब चैनल के पत्रकार भभुआ निवासी धीरज कुमार की है. धीरज ने बताया कि समाचार संकलन करने के लिए सदर अस्पताल आया था और इस दौरान बाइक को सदर अस्पताल के परिसर में खड़ा कर दिया. जैसे ही सदर अस्पताल के अंदर गया, तब तक इधर बाइक चोरों द्वारा चोरी कर ली गयी. उसके बाद सीसीटीवी फुटेज व वीडियो देखा गया, जिसमें बाइक को चोरों द्वारा चोरी की जा रही है. इस मामले में भभुआ थाने में आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है. – मार्च महीने में कब-कहां से हुई वाहन चोरी दिनांक – नाम – भभुआ में चोरी का स्थल 1 मार्च – अर्जुन कुमार – बाइपास रोड 6 मार्च – रमावत सिंह – कचहरी गेट 11 मार्च – रविंद्र कुमार – कचहरी गेट 13 मार्च – नंदकिशोर भरती – कचहरी गेट 15 मार्च – मनोज राम – कचहरी गेट – मार्च महीने में कब-कहां से हुई वाहन चोरी 12 अप्रैल – चंद्रजीत साह – कचहरी गेट 16 अप्रैल – विकास गुप्ता – कचहरी गेट 18 अप्रैल – अवधेश सिंह – कचहरी गेट 26 अप्रैल – श्यामानंद उपाध्यय – परिवहन गली 29 अप्रैल – अरुण कुमार – कचहरी गेट 30 अप्रैल – इंतियाज खान – टाउन हाइस्कूूल – मार्च महीने में कब-कहां से हुई वाहन चोरी 8 मई – राधेश्याम राय – कचहरी गेट 11 मई – हकीम – वार्ड नंबर एक 15 मई – बबलू – बारे 13 मई – मुक्तेश्वर नाथ शर्मा – सदर अस्पताल 20 मई – मनोज कुमार – कचहरी गेट 20 मई – छठु पासवान – सदर अस्पताल 25 मई – विक्रमा राम – कचहरी गेट -मार्च महीने में कब-कहां से हुई वाहन चोरी दिनांक – नाम – भभुआ में चोरी का स्थल 8 जून – चंद्रशेखर सिंह यादव – कचहरी गेट 10 जून – हनुमान द्विवेदी – सदर अस्पताल – अप्रैल महीने में स्कॉर्पियो की चोरी 8 अप्रैल – मनोज कुमार – बिजली कॉलोनी 30 अप्रैल – घनश्याम सिंह – हवाई अड्डा – मई महीने में इ-रिक्शा की हुई चोरी 10 मई – खलीन्न धोबी – सदर अस्पताल
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