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शहर में 95 प्रतिशत, तो गावों में सिर्फ 10 प्रतिशत ही लग पाये स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर का प्रोजेक्ट कुछ साल पहले ही शुरू किया गया था, जिसके तहत शहर में 95 फीसदी स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं, लेकिन गांवों में अभी भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम रफ्तार नहीं पकड़ सका है.

भभुआ शहर. स्मार्ट मीटर बिजली चोरी रोकने, उपभोक्ताओं को रियल टाइम बिजली उपभोग व बिल की सुविधा देने के साथ यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की खपत को अधिक पारदर्शी बनाने व बिजली खर्च नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. स्मार्ट मीटर से बिजली की खपत का सटीक आकलन किया जा सकेगा. स्मार्ट मीटर का प्रोजेक्ट कुछ साल पहले ही शुरू किया गया था, जिसके तहत शहर में 95 फीसदी स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं, लेकिन गांवों में अभी भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम रफ्तार नहीं पकड़ सका है. गांवों में अभी तक सिर्फ 10 प्रतिशत ही स्मार्ट मीटर लगाये गये हैं. भभुआ अनुमंडल में 70 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है. स्मार्ट मीटर लगाने का काम इंटेली स्मार्ट कंपनी द्वारा कराया जा रहा है. खास बात है कि स्मार्ट मीटर लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि मोबाइल रिचार्ज की तरह इसका उपयोग अपने जरूरत के हिसाब से कर सकते हैं. जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि जिस तरह से तीव्र गति से भभुआ शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाये गये, इसी गति से जिले के देहाती क्षेत्र के उपभोक्ताओं के परिसर में भी स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य करें तथा स्मार्ट मीटर से होने वाले फायदे को गांव-गांव जाकर लोगों को बतायें और इसका प्रचार प्रसार करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाने की गति तेज करें. वहीं, भभुआ विद्युत कार्यपालक अभियंता द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से कई फायदे बताये हैं. स्मार्ट मीटर लगाने से बताये फायदे — रजिस्टर्ड मोबाइल पर पहली बार मीटर रिचार्ज हेतु मैसेज प्राप्त होने के बाद भी दो दिन तक बिजली सप्लाई चालू रहती है. — बैलेंस शून्य अथवा नेगेटिव होने पर उपभोक्ता को एसएमएस व प्री रिकार्डेड कॉल के माध्यम से रिचार्ज हेतु सूचना दी जाती है, विभाग द्वारा व्यक्ति विशेष के माध्यम से इस प्रकार की कोई सूचना या कॉल नहीं की जाती है. –उपभोक्ता रिचार्ज नहीं करने पर भी दो दिन तक बिजली का उपयोग कर सकते हैं, इसके बाद भी नहीं रिचार्ज करने पर तीसरे दिन केवल कार्य दिवस को सुबह 10 से एक बजे के बीच ही बिजली काटी जाती है, साथ ही रिचार्ज होने के बाद जल्द ही बिजली सप्लाई चालू हो जाती है. — राज्य सरकार द्वारा निर्धारित छुट्टी व रविवार के दिन बिजली नहीं काटी जाती है. — स्मार्ट मीटर व नॉर्मल मीटर की टैरिफ एक समान है. साथ ही प्रीपेड उपभोक्ता का ऑनलाइन रिचार्ज करने पर तीन प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलती है. — 2000 से अधिक रिचार्ज करने पर 6.75 प्रतिशत ब्याज दर प्राप्त होगा, इसी तरह तीन माह के खपत के बराबर एक मोस्ट रिचार्ज करने पर उपभोक्ता को 7 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. इसी तरह 6 माह के खपत के बराबर एक बार रिचार्ज करने पर 7.25 प्रतिशत की दर से उपभोक्ता को ब्याज मिलेगा. — स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिल टूटी संबंधी समस्या खत्म हो जायेगा व विद्युत कार्यालय में जाकर विद्युत बिल जमा करने की समस्या से भी मुक्ति मिल जायेगा. — बिजली काटने के उपरांत रिचार्ज ना कर पाने की स्थिति में मीटर के ऊपर लगे बटन को 30 सेकंड तक दबाकर रखने से बिजली चालू हो जाती है, जो 72 घंटे तक बिना बिजली रिचार्ज किये चालू रहता है व पैसा जमा करने के उपरांत कुल बकाया की कटौती हो जाती है. क्या कहते हैं अधिकारी– विद्युत कार्यपालक अभियंता गोरखनाथ प्रसाद ने बताया कि शहर में स्मार्ट मीटर 95 प्रतिशत लग चुके हैं. देहात क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है, जहां अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में 10 प्रतिशत स्मार्ट मीटर लग गये हैं. काम में और तेजी लाने के लिए मीटर लगाने वाले एजेंसी को कहा गया है.

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