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बंसी खोह जलप्रपात पर्यटक से होने लगा गुलजार

सी खोह जलप्रपात की खूबसूरती की खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद डीएम सहित अन्य वरीय अधिकारियों के अलावा अब वहां पर पर्यटक भी पहुंचने लगे हैं. प्रभात खबर में बंसी खोह जलप्रपात की छपी खूबसूरत तस्वीरों को देखकर जिले के लोग भी उसके खूबसूरती के दीवाने हो गये

भभुआ कार्यालय. बंसी खोह जलप्रपात की खूबसूरती की खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद डीएम सहित अन्य वरीय अधिकारियों के अलावा अब वहां पर पर्यटक भी पहुंचने लगे हैं. प्रभात खबर में बंसी खोह जलप्रपात की छपी खूबसूरत तस्वीरों को देखकर जिले के लोग भी उसके खूबसूरती के दीवाने हो गये और बड़ी संख्या में जिले के लोग वहां पर उसकी खूबसूरती को देखने के लिए प्रतिदिन पहुंच रहे हैं. खास बात यह है कि वहां पर अब लोग महिला, बच्चे व अपने पूरे परिवार को लेकर उसकी खूबसूरती को देखने के लिए जा रहे हैं. जब से उक्त जलप्रपात की खूबसूरती के बाबत प्रभात खबर में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई है, उसके बाद से प्रतिदिन वहां पर कैमूर जिले में आसपास के जिले के लोगों का पहुंचना जारी है, जो लोग भी वहां पहुंच रहे हैं उनका एक ही कहना है कि ऐसा खूबसूरत जलप्रपात हमारे जिले में मौजूद है और अन्य जिले व राज्य की बात तो दूर कैमूर जिले के ही लोगों को इस खूबसूरत जलप्रपात के बाबत जानकारी नहीं होना पर्यटन व वन विभाग की विफलता का नतीजा है. = महिलाओं व बच्चों के साथ लोग पहुंच रहे हैं बंसी खोह कैमूर पहाड़ी पर अधौरा से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उक्त जलप्रपात पर अब सिर्फ युवक या पुरुष ही नहीं पहुंच रहे हैं, बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं बच्चे व लोग अपने पूरे परिवार के साथ उसे देखने के लिए पहुंच रहे हैं. चांद थाना क्षेत्र के केकड़ा गांव निवासी शुभम कुमार सिंह ने बताया कि वह अपने पूरे परिवार के साथ वहां गये थे, उसे खूबसूरत जलप्रपात को देखने के लिए उनकी 80 वर्षीय दादी भी गयी हुई थी. दादी उक्त जलप्रपात की खूबसूरती को देखकर हैरान हो गयी और उन्होंने कहा कि हम लोगों का लगभग 80 बरस का उम्र इस जिले में बीत गया, लेकिन आज तक नहीं पता चल सका कि इतना खूबसूरत झरना हमारे जिले में मौजूद है. शुभम अपने बच्चों, पत्नी, मां व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वहां गये थे. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने प्रभात खबर में छपी उक्त जलप्रपात के बारे में पढ़ा और उसकी खूबसूरती तस्वीरों के जरिए देखी, तो मन में जिज्ञासा हुई कि मैं वहां पर जरूर जाऊं और देखूं की तस्वीरों में दिखाने वाला उक्त जलप्रपात क्या वास्तव में इतना खूबसूरत है, जब उन्होंने जाने का मन बनाया तो पूरा परिवार वहां जाने के लिए तैयार हो गया और वह अपनी निजी वाहन से पूरे परिवार के साथ रविवार को उक्त जलप्रपात पर पहुंचे और वहां की खूबसूरत नजारे को दिख पूरा परिवार उसकी खूबसूरती का दीवाना हो गया. परिवार के सभी सदस्य उक्त जलप्रपात पर कई तस्वीर ली और उक्त जलप्रपात की खूबसूरती के बाबत सोशल मीडिया के जरिए अन्य लोगों को भी बताया. इसके अलावा सत्यव्रत पंकज सहित अन्य लोग भी प्रभात खबर में छपी खबर को देखकर उक्त जलप्रपात पर पहुंचे और उसकी खूबसूरती का आनंद उठाया. उक्त सभी लोगों ने कहा कि इतना खूबसूरत जलप्रपात हमारे जिले में मौजूद है और हमें इसकी जानकारी नहीं होना पर्यटन व वन विभाग की विफलता है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई जलप्रपात कैमूर पहाड़ी पर नहीं है, जहां पर की एक साथ कई झरने एक ही जगह पर गिर रहे हैं. यहां अपने आप में एक अलग नजारा है. इस जलप्रपात के विषय में लोग जानें इसके लिए अभी से भी वन विभाग व पर्यटन विभाग को प्रचार प्रसार का कार्य करना चाहिए या हमारे जिले के लिए धरोहर और पूंजी दोनों है. = वन विभाग उपलब्ध कराये सुविधाएं उक्त जलप्रपात को परिवार के साथ व दोस्तों के साथ देखने के लिए पहुंचे शुभम कुमार सिंह व सत्यव्रत पंकज ने बताया कि प्रभात खबर के माध्यम से हम लोगों ने उक्त जलप्रपात के विषय में जाना, अब वन विभाग को व पर्यटन विभाग को वहां पर पर्यटकों के लिए न्यूनतम सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए. वहां पर शौचालय, ठहरने के लिए कमरे, रास्ते में साइनेज सहित अन्य व्यवस्था सेंचुरी क्षेत्र होने के कारण वन विभाग को बहुत जल्द आवश्यक रूप से करना चाहिए, ताकि उक्त स्थल का पर्यटन स्थल के रूप में विकास हो सके और बड़ी संख्या में पर्यटक वहां पर पहुंच सके. अभी वहां पर पर्यटकों के लिए वन विभाग या सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है. लेकिन, उक्त खूबसूरत जगह के प्रचार प्रसाद के साथ-साथ वहां पर पर्यटकों के लिए न्यूनतम व्यवस्था जल्द से जल्द की जानी चाहिए. = इस तरह के और भी हैं कैमूर पहाड़ी पर गुमनाम झरने कैमूर जिले में कैमूर पहाड़ी के ऊपर आमतौर पर लोगों को यही जानकारी है कि तेलहाड कुंड व करकटगढ़ जलप्रपात दो ही झरने पर्यटकों के लिए हैं. पांच साल पहले तक करकटगढ़ जलप्रपात को भी लोग नहीं जानते थे. लेकिन जब वहां मुख्यमंत्री पहुंचे और मुख्यमंत्री के जाने के बाद लोगों के पहुंचने का जब सिलसिला शुरू हुआ, तो आज बड़ी संख्या में पर्यटक वहां पर पहुंच रहे हैं. उक्त दो झरनों के अलावा बंशी खोह जलप्रपात को लोग अब जानना शुरू किये हैं. इसके अलावा भी कैमूर पहाड़ी के ऊपर कई और ऐसे झरने हैं जो की पहचान के मोहताज है और इसके विषय में आज भी लोग नहीं जान रहे है. अधूरा के पास कैमूर पहाड़ी पर नेटुआ कुंड भी एक खूबसूरत जलप्रपात है, जिसे भी पर्यटक देखने के लिए जा सकते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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