रामपुर. गुरुवार को दिनदहाड़े बेलांव थाना क्षेत्र के उचीनर गांव से हथियार के बल पर तीन अपराधियों ने एक 13 वर्षीय बच्चे का अपहरण कर लिया. उक्त बच्चा सोनहन थाना क्षेत्र के हरला गांव के राजेंद्र राम का पुत्र सुमित कुमार है, जो रिश्तेदारी में बेलांव के उचीनर गांव में अपने चाचा के साथ गया था. अपराधियों द्वारा उक्त बच्चे को अगवा कर कैमूर पहाड़ी की तरफ ले जाया जा रहा था. इसी दरम्यान ग्रामीणों द्वारा जब स्थानीय लोगों के बताने के मुताबिक उस तरफ खदेड़ा गया, तो बड़वा पहाड़ी के पास ग्रामीणों को पीछा करते देख अपराधी उक्त बच्चे को छोड़कर पहाड़ के जंगल में फरार हो गये. ग्रामीणों के प्रयास से उक्त बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया. लेकिन, अपराधी भागने में सफल रहे. चिंता की बात यह है कि महज सात दिनों पहले ही कुदरा से भी एक बच्चे की दिनदहाड़े चोरी कर ली गयी. इस बच्चे को आज तक बरामद नहीं किया जा सका. वह बच्चा भी फुटपाथ पर रहकर गुजर बसर करने वाले गरीब परिवार से आता है. वहीं, गुरुवार को भी उचीनर से जिस बच्चे को अगवा किया गया, वह भी गरीब परिवार के राजेंद्र राम का पुत्र है. ऐसे में यह संभावना भी बहुत मजबूत हो रही है कि कहीं उसी गिरोह द्वारा एक बार फिर उचीनर में भी बच्चा चोरी करने का प्रयास तो नहीं किया गया है. अपह्त बच्चे व उनके परिजनों के मुताबिक, 13 वर्षीय सुमित अपने चाचा के साथ रिश्तेदारी में उचीनर गांव गया था. गुरुवार की दोपहर वह अपने चाचा के मोबाइल से घर के बाहर निकल अपनी मौसी से बात कर रहा था. इसी बीच दो लोग मुंह बांधे आये और इसके पीछे से चेहरा पर कपड़ा डालते हुए टांग कर लेकर भागने लगे. कुछ दूर पर उसके हाथ पैर को अपराधियों द्वारा बांध दिया गया. वहीं, उस बच्चे को दवा की गोली भी खिलायी और हथियार के बल पर उसे लेकर कैमूर पहाड़ी की तरफ चल दिये. इसी बीच अपने चाचा का जो मोबाइल सुमित लिया था, उसी पर उसके चाचा का फोन आया तो उसने उन्हें सिर्फ इतना ही बताया कि उसको कुछ लोग अपहरण कर पहाड़ के तरफ ले जा रहे हैं. इसी बीच अपराधियों ने उसका मोबाइल छीन लिया. सुमित के चाचा और उचीनर गांव के ग्रामीण पहाड़ की तरफ बच्चे की खोज में निकल पड़े. कुछ दूर ऊपर पहाड़ पर जाने के बाद लड़के के चाचा ने देखा कि तीन लोग बच्चे को पहाड़ के ऊपर ले जा रहे हैं. इसे देख चाचा ग्रामीणों के साथ अपराधियों को खदेड़ना शुरू कर दिया. जब अपराधियों ने देखा कि ग्रामीण उन्हें पीछा कर रहे हैं, तो वे बच्चे को छोड़कर पहाड़ की तरफ जंगल में फरार हो गये. ग्रामीण बच्चे को सकुशल बरामद कर घटना की सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी और फिर जब पुलिस पहुंची, तो बच्चे को लेकर वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर पहुंचे. यहां बच्चे की स्वास्थ्य जांच की जा रही थी. – बेहोशी की हालत में बच्चे को ले जाया गया अस्पताल बच्चे के चाचा हरला गांव निवासी सतेंद्र कुमार ने बताया कि हमलोग उचीनर आये थे और पानी पी रहे थे. तभी मेरा भतीजा मेरा ही फोन लेकर बात करते हुए घर से बाहर निकला. कुछ देर बीत जाने के बाद कुछ पता नहीं चला, तो मैं अपने मामा के मोबाइल से फोन किया, तो वह रो रोकर कह रहा था कि चाचा मेरी जान बचाव इ लोग मुझे मार डालेंगे. इसके बाद ग्रामीणों के साथ पहाड़ पर गये और अपरधियों के चंगुल से बच्चे को छुड़ाया गया. इधर, सीएचसी में तैनात डॉ चंदन कुमार ने बताया कि उक्त बच्चा आया था, तो बेहोशी की हालत में था. उसको उपचार कर होश में लाया गया. उक्त बच्चे के शरीर पर कई जगहों पर जख्म के निशान है. – क्या कहते हैं एसपी एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि उक्त घटना के बाबत जानकारी मिलने पर मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराधियों को पकड़ने के लिए मामले की जांच के लिए एसडीपीओ भभुआ शिवशंकर कुमार व सर्किल इंस्पेक्टर को घटनास्थल पर भेजा गया है. परिजनों द्वारा गांव से बच्चे को मोबाइल पर बात करने के दौरान तीन लोगों द्वारा अपहरण कर लिए जाने व ग्रामीणों द्वारा खदेड़े जाने पर छोड़े जाने की शिकायत की गयी है. पुलिस मामले की हर पहलू पर जांच कर रही है. यह अपहरणकर्ता हैं या बच्चा चोर गिरोह के सदस्य इसकी भी गंभीरता से जांच पुलिस द्वारा की जा रही है. सात दिनों पहले 14 जून को कुदरा से जिस बच्चे की चोरी हुई, वह प्रारंभिक जांच में पाया गया है उक्त घटना पूर्ण रूप से बच्चा चोर गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया. इस घटना में बच्चा चोर गिरोह है या फिर कोेई अन्य अपरधी इसकी भी गंभीरता से जांच की जा रही है.
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