मोहनिया सदर. शनिवार को बुनियाद केंद्र पर विधायक संगीता कुमारी द्वारा 26 दिव्यांगों के बीच बैटरी चालित ट्राइसाइकिल का वितरण किया गया. यहां दोनों पैरों से चलने में पूरी तरह अक्षम दिव्यांगों को बैटरी चालित ट्राइसाइकिल मिलते ही उनके चेहरे खिल उठे. विधायक द्वारा हरी झंडी दिखाकर दिव्यांगों की बैटरी चालित ट्राइसाइकिलों को रवाना किया गया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यदि इंसान का हौसला बुलंद हो, तो दिव्यांगता कभी उसके मार्ग में बाधक नहीं बन सकती है. उन्होंने दिव्यांगों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए, हमारा शरीर थक सकता है लेकिन अपने दिमाग को कभी थकने नहीं देना चाहिए. सरकार आप सभी दिव्यांगों के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रही हैं, जिससे दिव्यांगजनों का भी समाज में बराबर की भागीदारी बनी रहे और उन्हें कभी उपेक्षित महसूस नहीं होना पड़े # सरकार की थीम है जरूरतमंद लोगों को लाभ पहुंचाना विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार की थीम है सभी जरूरतमंद लोगों को योजनाओं का लाभ देना, चाहे किसान हो, युवा-युवती हो, महिलाएं हो सभी को बराबर की भागीदारी दिलाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है. सरकार द्वारा तरह-तरह की योजनाएं चलायी जा रही है, जिसका लाभ लेकर हर व्यक्ति अपनी शारीरिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकता है. इसके लिए यह जरूरी है कि सभी विभागों के पदाधिकारी, कर्मी व जनप्रतिनिधि सभी लोगों तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाएं, जिससे लोग सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें और उनका लाभ लें. समाज कल्याण द्वारा समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए अनेकों तरह की योजनाएं चलायी जा रही हैं, जिसका लाभ लेना प्रत्येक पात्र व्यक्तियों का अधिकार है. जो जिसकी पात्रता रखते हैं, उन्हें उन योजनाओं का लाभ अवश्य मिलना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी दिव्यांगजन हमारे परिवार के सदस्य हैं और उनका भी ध्यान रखना हम सभी की जिम्मेदारी है. # बच्चों को शिक्षा की कमी से कभी दिव्यांग नहीं बनने दें इसी क्रम में विधायक ने कहा कि शारीरिक रूप से दिव्यांग होना कोई बड़ी बात नहीं है, कोई भी व्यक्ति कभी भी शारीरिक रूप से दिव्यांग हो सकता है, लेकिन इंसान को कभी दिल, दिमाग से दिव्यांग नहीं बनना चाहिए, उसको अपनी सोच हमेशा ऊंची रखनी चाहिए. आप भले ही दिव्यांग हैं, लेकिन अपने बच्चों को शिक्षा की कमी से कभी दिव्यांग नहीं बनने दें. शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी वर्ग का उत्थान कर सकती है, इसलिए आप अपनी दिव्यांगता को चुनौती दें और अपने बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण उच्च शिक्षा दिलाकर उनको इस लायक बनायें कि कभी उनको आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़े. सरकार ने दिव्यांगों के लिए भी सभी विभागों में आरक्षण लागू किया है यदि आप अच्छी तरह से पढ़ाई करते हैं, तो आप किसी भी विभाग में नौकरी पा सकते हैं. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है आपकी सकारात्मक सोच और शिक्षा के प्रति समर्पित होना. इसी क्रम में उन्होंने विभाग की पदाधिकारी अतुल कुमारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक महिला अधिकारी होने के बावजूद अतुल कुमारी दिव्यांगों को सभी तरह का लाभ दिलाने के लिए सदैव समर्पित रहती हैं, उनकी इस भावना से सभी को सीख लेने की जरूरत है.
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