चैनपुर. थाना क्षेत्र के बराढ़ी गांव में दहेज के लिए ससुरालवालों द्वारा विवाहिता की हत्या किये जाने का मामला सामने आता है. विवाहिता की हत्या के बाद ससुरालवालों द्वारा शव को जलाकर साक्ष्य मिटा दिया गया. यह आरोप मृतक की मां प्रभावती देवी द्वारा लगाया गया. मृतक महिला बराढ़ी गांव निवासी रामचंद्र गोंड की पत्नी परमशिला देवी बतायी जाती है. चैनपुर थाना पहुंचे मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक की मां चैनपुर थाना क्षेत्र के रामगढ़ निवासी समारु गोंड की पत्नी प्रभावती देवी ने बताया कि उनकी बेटी परमशिला की शादी को सात साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन दहेज लोभियों की मांग कम नहीं हो रही थी. उन्होंने बताया कि जब वह बेटी के ससुराल वालों की डिमांड पूरा नहीं कर सकी, तो इसी बात को लेकर ससुराल वालों ने उनकी बेटी की हत्या कर दी. इसके बाद वे सभी घर से गायब है. मृतक की मां ने बताया कि सात साल पूर्व उनकी बेटी परमशिला की शादी बराढ़ी गांव निवासी चंद्रिका गोंड के पुत्र रामचंद्र गोंड से हुई थी. शादी के समय बेटी के ससुराल वालों ने दहेज की कोई मांग नहीं रखी थी. उस समय तो उन लोगों ने कहा कि जो भी देना है अपनी बेटी को दीजिएगा, हम लोगों की कोई मांग नहीं है. लेकिन, शादी के बाद सोने की चेन और एक बाइक की डिमांड उन लोगों ने की, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण ससुराल वालों की मांग वे पूरा नहीं कर सकीं. इसी बात को लेकर ससुराल वालों ने मिलकर उनकी बेटी की हत्या कर दी. विवाहिता की हत्या शनिवार की देर रात की बतायी जाती है, जिसकी जानकारी मायके वालों को रविवार की सुबह हुई. प्रभावती देवी ने बताया कि बराढ़ी गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा मोबाइल से उनकी दूसरी बेटी को सूचना दी गयी, जिसके माध्यम से यह सूचना उन्हें मिली. इसकी जानकारी मिलते ही वह अपने परिवार के अन्य लोगों को साथ में लेकर जब अपनी बेटी की ससुराल पहुंची, तो लोगों ने बताया कि उसके पति, ससुर व परिवार के अन्य सदस्य उसके बेटी के शव को गायब कर जला दिये हैं, जिससे किसी को कुछ पता ना चल सके. # दहेज के लिए ससुराल वाले करते थे मारपीट- बराढ़ी गांव में दहेज लोभी ससुराल वालों ने परमशीला देवी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि उसके माता-पिता दहेज की डिमांड पूरी नहीं कर सके. चैनपुर थाना पहुंची मृतक की मां प्रभावती देवी ने बताया कि उनकी बेटी के साथ ससुराल वाले आये दिन मारपीट करते रहते थे. उसके पति, ससुर, सास सहित परिवार के अन्य सदस्य लगातार दहेज में सोने की चेन और बाइक की मांग कर रहे थे और मांग पूरी नहीं होने के कारण वे लोग लगातार बेटी के साथ मारपीट कर रहे थे. प्रभावती देवी ने बताया कि तीन साल पूर्व ससुराल वालों ने बेरहमी की सारी हदें पार कर दी थी और उनकी बेटी को मार-मार कर अधमरा कर दिया था. उस समय अपनी दूसरी बेटी के साथ बराढ़ी गांव पहुंची. वहां बेटी को देखी, तो वह बेहोश थी. उन्हें वहां देख रामचंद्र गोंड बेहोश पड़ी उनकी बेटी को लाठी डंडा से पीटने लगा, बेरहमी से हुई इस मारपीट के बाद वह भभुआ थाना में गयी थी और आवेदन दिया, लेकिन सभी ससुराल वाले हाथ जोड़ने लगे और ऐसी गलती फिर न करने की बात कही, तो वह सुलह कर ली. लेकिन उसके कुछ दिनों के बाद ही इन लोगों द्वारा बेटी के साथ एक बार फिर मारपीट किया जाने लगा और उनलोगों ने उनकी बेटी की मारपीट कर हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी से एक चार साल की बेटी है और इन हत्यारों के कारण वह बिन मां की हो गयी. इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद ने बताया कि मृतक की मां की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
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