भभुआ. मंगलवार को अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा जिला इकाई कैमूर द्वारा जिला समाहरणालय पर धरना व प्रदर्शन किया गया. इस क्रम में लगभग आधा घंटा तक समाहरणालय गेट को जाम कर दिया गया. बाद में पुलिस द्वारा समझाये-बुझाये जाने के बाद प्रदर्शन कारी समाहरणालय गेट से अलग हट गये. इधर, प्रदर्शन में सभा के नेताओं ने कहा कि पिछले साल नुआंव अंचल के विभिन्न मौजों में पर्चाधारी महादलितों के पर्चे वाली जमीन से फसल काटने से रोकते हुए पुलिस और भूधारी द्वारा महादलित महिला पुरुषों पर लाठी डंडे बरसाये गये, जिसमें संतोष मुसहर की मौत हो गयी और धान की फसल को काट कर ले जाया गया. लेकिन, इस मामले में कुढ़नी थाने में एफआइआर दर्ज होने के बावजूद आज तक कुछ अभियुक्त पुलसिया कृपा से फरार चल रहे हैं. पर्चाधारियों को अभी भी धमकी दी जा रही है और हत्या करने की योजना बनायी जा रही है. वक्ताओं ने प्रशासन से पर्चाधारियों को सुरक्षा दिये जाने की भी मांग की. इधर, समाहरणालय गेट जाम होने के कारण आधे घंटे तक कोई वाहन समाहरणालय से बाहर या अंदर नहीं जा पा रहा था. इससे अधिकारियों से लेकर आम जन को भी परेशानी उठानी पड़ी. प्रदर्शन में अध्यक्षता कर रहे अशोक बैठा, हाशिम खां, कतवारू दास, फिरोज राइन, लल्लन मांझी, करिमन मुसहर, लीला देवी, मुनिया देवी, रजिंद्र राम आदि शामिल थे.
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