कर्मनाशा. पीडीडीयू-गया रेलखंड के दुर्गावती नदी पर चार साल पहले बने रेलवे पुल के पिलर के पाये डैमेज होने की शिकायत मिलते ही विभाग द्वारा मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया गया है. ताकि भविष्य में पुल में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो सके. दरअसल, पीडीडीयू-गया रेलखंड के दुर्गावती नदी पर चार वर्ष पूर्व डीएफसीसी द्वारा पुल का निर्माण कराया गया था. पुल निर्माण के बाद पुल के ऊपर से गाड़ियां भी गुजरने लगी थी, लेकिन पुल बनने के चार वर्ष बाद ही पिलर के पाये डैमेज होने लगे. संजोग अच्छा था कि विभाग की नजर डैमेज पाये पर पड़ गयी और विभाग द्वारा पाये की मरम्मत का कार्य अविलंब शुरू करा दिया गया है. मरम्मत का कार्य 15 दिनों से चल रहा है. वहीं, विभाग का कहना है कि ब्रिज का इंस्पेक्शन ठीक से हो सके उसके लिए काम हो रहा है. एक पिलर के लिए बने हैं 16 पाये- विभाग द्वारा एक पिलर के सभी 16 पायों की मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया गयी है तथा दूसरे पिलर के पायों की भी मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि संजोग अच्छा था कि विभाग द्वारा डैमेज हो रहे पायों को पहले ही देख लिया गया और पायों की मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया गया, नहीं तो भविष्य में किसी भी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता था. विभाग द्वारा डैमेज पायों के पास ही छड़ का बीम बनाकर ढलाई की जा रही है. इससे पायों में मजबूती आ सके और विभाग द्वारा पायों की मजबूती की बराबर जांच भी की जा रही है. अंग्रेजों के जमाने में बने पुल में अब तक नहीं आयी खराबी – लोगों का कहना है कि उसी दुर्गावती नदी पर अंग्रेजों के जमाने से सैकड़ों वर्ष पूर्व बनाये गये ईंटों के पुल के पाये में आज तक कोई खराबी नहीं आयी है और वर्तमान में बनाये जा रहे पुल व ओवरब्रिजों में दो-चार साल बाद ही दरारें व डैमेज होने की शिकायत मिलनी शुरू हो जा रही हैं. पूर्व में दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे विभाग के कर्णपुरा पिपरा व रोहुआ स्थित ओवरब्रिज में भी दरारें आ गयी थी, जिसे देखते हुए रेलवे प्रशासन द्वारा कर्णपुरा पिपरा व रोहुआ ओवरब्रिज पर बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है. इस तरह मोहनिया में भी रेलवे के ओवरब्रिज में दरारें आने की शिकायत मिली थी और वहां भी बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है. अब दुर्गावती नदी पर बने पुल के पिलर के पाये डैमेज होने की शिकायत मिलने के बाद लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. बहेरा गांव निवासी ठाकुर मल्लाह ने बताया कि दुर्गावती नदी पर बने पुल के पायों के डैमेज होने की शिकायत पर विभाग द्वारा समय रहते मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया गया, नहीं तो भविष्य में बड़े खतरे को टाला नहीं जा सकता था. अंग्रेजों के जमाने में बने पुल अभी तक डैमेज नहीं हुए और अब के बने पुल दो से चार साल के अंदर ही डैमेज होना शुरू हो जा रहे हैं, जो काफी गंभीर मामला है. रेलवे विभाग को इस पर सख्त कदम उठाना चाहिए. क्या कहते हैं अधिकारी- इस संबंध में पूछे जाने पर मुगलसराय रेलवे विभाग के अधिकारी स्वाति राज ने बताया कि कुछ इंस्पेक्शन करने के लिए काम हो रहा है. ब्रिज में इंस्पेक्शन ठीक से हो सके, उसके लिए काम हो रहा है. ब्रिज का कोई वैसा काम नहीं है, अभी सुपरवाइजर को वहां भेजा गया हैं. रिपोर्ट आने पर ही हम कुछ बता पायेंगे.
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