भभुआ नगर. बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा तीसरे चरण के तहत गलत प्रमाणपत्र देकर नौकरी पाने वाले सात शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है. इसे लेकर गलत प्रमाणपत्र जमा करने वाले सभी शिक्षकों को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जवाब तलब किया है, साथ ही आदेश दिया है कि 48 घंटे के अंदर जवाब देना सुनिश्चित करें नहीं तो सेवा मुक्त करने की कार्रवाई कर दी जायेगी. दरअसल, मामला है कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा तीसरे चरण में नियुक्ति हुए इन शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की गयी. जांच के दौरान मामला सामने आया कि सात शिक्षकों द्वारा जो प्रमाणपत्र देकर नौकरी ली गयी है, यानी डीएलएड के समक्ष जो बीएसआईटीइटी का प्रमाणपत्र जमा किया गया है, वह शिक्षक नियमावली नियुक्ति के योग्य नहीं है. इसे लेकर सभी शिक्षकों को आदेश दिया गया है कि 48 घंटे के अंदर जवाब देना सुनिश्चित करें, नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. इधर, इस संबंध में जानकारी देते हुए डीपीओ स्थापना कृष्ण मुरारी गुप्ता ने कहा कि प्रमाणपत्रों की जांच के दौरान शिक्षकों ने जो प्रमाण पत्र दिये हैं, वह नियमावली के तहत मान्य नहीं है, यानी गलत हैं. ऐसे सभी शिक्षकों को जवाब तलब किया गया है, साथ ही जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है. 48 घंटे के अंदर जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की जायेगी. = इन शिक्षकों से मांगा गया स्पष्टीकरण नाम विद्यालय नागेश्वर प्रसाद उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरिहरपुर सुषमा कुमारी शर्मा उत्क्रमित मध्य विद्यालय गढ़के राजीव रंजन उत्क्रमित उच्च विद्यालय पहड़ियां बेबी तबस्सुम प्राथमिक विद्यालय घटी यास्मीन बानो उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय पतेलवा नाजिया बानो उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोहान चक्रवर्ती सिंह उत्क्रमित मध्य विद्यालय एकौनी
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