चैनपुर. थाना क्षेत्र के सरपनी गांव में गुरुवार को जमीन विवाद को लेकर आपसी झगड़े में चाचा- भतीजे ने मिलकर एक व्यक्ति को मारपीट कर घायल कर दिया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृतक सरपनी गांव निवासी किशोर राम का 35 वर्षीय पुत्र रामायण राम बताया जाता है. पुलिस द्वारा मृतक के शव को शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. रामायण राम की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना के संबंध में पता चला है कि रामायण राम के अपने ही चाचा से बंटवारा हो चुका था, लेकिन जमीन का पूर्णतया बंटवारा नहीं होने के कारण आपस में जमीन का विवाद चल रहा था. गुरुवार को सुनील राम द्वारा मिट्टी का घर गिरा कर पक्का दीवार बनवाया जा रहा है. इसी बात को लेकर रामायण राम द्वारा बंटवारे की बात कही गयी. रामायण राम के परिजनों ने बताया कि रामायण राम ने सुनील राम से कहा कि पहले जमीन का बंटवारा कर लें, उसके बाद अपने हिस्से की जमीन में घर बनवा लें. इसी बात को लेकर बबन राम के पुत्र सुनील राम व गोरख राम के पुत्र दीपक राम लाठी डंडा लेकर रामायण राम पर टूट पड़े. परिजनों ने बताया कि वे दोनों लाठी-डंडे से मार कर रामायण राम को जमीन पर गिरा दिया. परिजनों के मुताबिक घायल अवस्था में रामायण राम को हाटा के एक निजी क्लीनिक में ले गये, लेकिन जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो वह रामायण राम को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गये. यहां इलाज के दौरान हालत बिगड़ते देख चिकित्सक द्वारा रामायण राम को वाराणसी रेफर कर दिया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. वाराणसी ले जाने के क्रम में रास्ते में ही रामायण राम ने दम तोड़ दिया. रामायण राम की मौत के बाद उनका शव जैसे ही सरपनी स्थिति उनके गांव पहुंचा, पूरे गांव में कोहराम मच गया. वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. # तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया- जमीन विवाद में मरे रामायण राम की एक पुत्री व दो पुत्र हैं. रामायण राम की मौत के बाद उनके तीनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया. सबसे बड़ी पुत्री 14 वर्ष की है, पुत्र 10 व 8 वर्ष के हैं. शव घर पहुंचा, तो पत्नी के साथ पुत्र व पुत्री शव से लिपटकर रोने लगे. दूसरी तरफ मृतक के पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है. वहां गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. शव से लिपटकर बच्चों को रोते देख वहां मौजूद लोगों की भी आंखें भर आयीं. #मृतक के पिता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज सदर अस्पताल में इलाज के दौरान रामायण राम के पिता किशोर राम ने पुलिस के सामने दिये अपने बयान में बताया कि सुनील राम व दीपक राम से काफी दिनों से जमीन का विवाद चल रहा था. कई बार वे जमीन की मापी के लिए उन लोगों को बोल चुके हैं, लेकिन वे लोग जमीन की मापी करने को तैयार नहीं हो रहे थे. बयान में उन्होंने बताया कि उनके जमीन पर कब्जा करने के नियत से वह लाठी-डंडा लेकर आये और उनके पुत्र रामायण राम के साथ गाली गलौज करने लगे और मना करने पर वे दोनों रामायण राम को लाठी डंडे से पीटने लगे. इस दौरान उनके पुत्र के सिर में गंभीर चोट लगने से वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा. उन्होंने बताया वे लोग जल्दी में इलाज के लिए हाटा बाजार ले गये, लेकिन वहां सुधार न होते देखा रामायण राम को चैनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल भभुआ रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल में भी सुधार न होते देखा चिकित्सा द्वारा वाराणसी रेफर कर दिया गया, जहां ले जाते समय रास्ते में ही युवक की मौत हो गयी. पिता के फर्द बयान के आधार पर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. बोले थानाध्यक्ष– थानाध्यक्ष विजय प्रसाद ने बताया कि रामायण राम की मौत की सूचना उन्हें मिली, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. उन्होंने बताया कि गांव के ही दो लोगों पर जमीन विवाद को लेकर जानलेवा हमला करने व मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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