मोहनिया सदर. स्थानीय थाना क्षेत्र की दादर पंचायत के मामादेव गांव में सोमवार की अहले सुबह करीब तीन बजे बिजली का करेंट लगने से 26 वर्षीय युवक योगेंद्र कुमार की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी, जिसे लगभग 3:30 बजे अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. परिजनों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गयी, जिसके बाद अस्पताल पहुंची पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भभुआ भेज दिया. मृतक के परिजनों ने बताया कि घर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर बैठका बना हुआ है, वहीं मवेशियों को भी रखा जाता है. योगेंद्र रोज की तरह सोमवार की अहले सुबह सोकर उठा व घर से मवेशियों को चारा डालने के लिए बैठका पर गया, बैठका को करकट से बनाया गया है, उसी करकट में लगाये गये लोहा के पाइप में पंखा लगा हुआ है, किसी कारण वश पंखा में करेंट आ गया, जिससे पूरे करकट व पाइपों में भी करेंट प्रवाहित हो गया, जैसे ही योगेंद्र ने पाइप को पकड़ा करेंट लगने से उसी में चिपक गया, जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. वहीं, मृतक के बड़े पिता महावीर सिंह उसी रास्ते से शौच के लिए जा रहे थे, जब उनकी नजर पड़ी तो देखा योगेंद्र जमीन पर पड़ा हुआ है. उन्होंने आवाज दी, लेकिन जब योगेंद्र की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी तो वे दौड़कर उसके पास पहुंचे, तब देखा गया योगेंद्र की सांसें थम चुकी थी. इसके बाद उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाना शुरु किया, तो आसपास के घरों के काफी लोग घटनास्थल पर जुट गये और कनेक्शन छुड़ा कर योगेंद्र को अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. इधर, इस घटना से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा फैल गया. अहले सुबह ही चीख पुकार से सावन का पहला दिन गमगीन हो गया. मृतक योगेंद्र पंचायत चुनाव 2021 में दादर पंचायत के वार्ड पांच से निर्वाचित वार्ड सदस्य भी थे. 15 साल पहले पिता की सड़क दुर्घटना में हो गयी थी मौत मृतक योगेंद्र के सिर से पिता की साया लगभग 10 वर्ष पहले ही उठ गया था. मृतक के पिता विजय कुमार सिंह लगभग 15 वर्ष पूर्व ट्राॅली पर हरा बांस लोड कर ला रहे थे और उसी बांस के उपर बैठे भी थे. जैसे ही पटना मोड़ के समीप ट्रैक्टर पहुंचा, वह पलट गया. इससे ट्राॅली व बांस के नीचे दबकर योगेंद्र के पिता की मौत हो गयी थी. योगेंद्र की मां दुलारी देवी ने अपने पति की मृत्यु के बाद अपने तीन पुत्र व एक पुत्री का भरण पोषण किया कुछ वर्ष बाद बड़े पुत्र रविंद्र कुमार की शादी कर दी़ मृतक योगेंद्र अपने सभी भाइयों में काफी तेज दिमाग का था, दोनों भाई मिलकर अपने छोटे भाई दीपक कुमार को इंजीनियरिंग की पढ़ाई बाहर रख कर करवा रहे हैं. बड़े भाई के बाद रही बहन अंजू की शादी भी काफी धूमधाम से की गयी थी, लेकिन किसको पता था कि बैठका में लगा पंखा आज योगेंद्र के लिए काल बन जायेगा. योगेंद्र की वृद्ध मां, भाभी, बहन, भाई सहित पूरे परिवार का रो- रोकर बुरा हाल है # मृतक के नाम से है तीन सीएसपी का कोड मृतक योगेंद्र के नाम से तीन बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) का कोड मंजूर है. मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि मृतक व उसके बड़े भाई सीएसपी चलाते थे. इसके साथ ही घर का कामकाज व खेती बाड़ी का कार्य भी संभालते थे. साथ ही योगेंद्र की शादी के लिए उसे देखने के लिए लोगों का आना जाना शुरु हो गया था, लेकिन अभी शादी कहीं तय नहीं हुई थी. # छह जुलाई को चचेरा भाई भी आ गया था करेंट की चपेट में परिजन बताते है कि विगत छह जुलाई को मृतक का चचेरा भाई अजीत सिंह भी बिजली करेंट की चपेट में आ गया था. छह जुलाई को अहले सुबह चार बजे घर का दरवाजा खोलने के लिए अजीत ने कुंडी पकड़ा कि वह करेंट की जद में आ गया, लेकिन संयोग अच्छा था कि करेंट का झटका लगने से वह दूर जा गिरा और उसकी जान बच गयी.
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