Bihar News: बिहार के कटिहार से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पर एक साथ 10 आदिवासी महिलाओं ने आत्मदाह करने का प्रयास किया है. महिलाओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर अपनी शरीर पर डीजल छिड़कर आत्महत्या करने की कोशिश की. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने महिलाओं को ऐसा करने से रोक लिया है. सूचना पर पहुंची पुलिसकर्मियों की टीम ने उन्हें समझाबुझाकर शांत कराया. इस घटना के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा है. आनन-फानन में प्रशासनिक पदाधिकारी व सहायक थाना पुलिस मौके पर दमकल के साथ पहुंचकर महिलाओं को कार्रवाई करने का भरोसा देकर मामले को किसी तरह से शांत किया. मौके पर महिलाएं चीख-चीख कर प्रशासन के खिलाफ जबरन जमीन हड़पने पर दबंगों के ऊपर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा रही थी. ऑफिसर्स कॉलोनी स्थित संथाली टोला निवासी पीड़ित आदिवासी महिलाओं का कहना था कि उनके दादा की जमीन है. लेकिन कुछ भू-माफिया दबंग लोग उनकी जमीन को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं. सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में बदमाश पहुंचकर महिलाओं के साथ मारपीट की और उनके घर के समान को बाहर भी फेंक दिया. कई सामान अपने साथ भी ले गये. पीड़ित महिलाओं ने आरोप लगाया कि कुछ बदमाशों ने उनके साथ गलत करने की भी कोशिश की. दबंग के इस अत्याचार के खिलाफ और कानूनी सहायता नहीं मिलने के कारण महिलाओं ने सामूहिक रूप से आत्मदाह कर लेने का मन बनाते हुए सभी समाहरणालय पहुंची. अपने शरीर पर सामूहिक रूप से डीजल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश करने लगी.
जमीन कब्जाने का मामला
जानकारी के अनुसार दबंगों द्वारा जमीन पर अवैध कब्जा करने और घर में तोड़फोड़ करने से महिलाएं आक्रोशित थी. पीड़ित महिलाओं ने कहा कि हम सभी आदिवासी महिला हैं. भू-माफिया द्वारा जबरन मेरी जमीन को हड़पना चाह रहा है. इस मामले में पुलिस प्रशासन कोई भी उनके साथ नहीं दे रही. बार-बार पुलिस प्रशासन से गुहार लगाने के बावजूद भी पुलिस के द्वारा कोई कदम नहीं उठाने से हम सभी महिला आज आत्मदाह करने के लिए हम सभी मजबूर है. महिलाओं ने कहा की हमलोग जीना नहीं चाहते है. इसी बात को लेकर एक दर्जन से अधिक आदिवासी महिलाओं ने डीजल तेल लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची और समाहरणालय गेट के सामने अपने शरीर पर डीजल छिड़कर आत्मदाह करने का प्रयास किया. बताया जा रहा है कि, दबंगों के द्वारा आदिवासी महिलाओं की जमीन को अवैध रूप से कब्जा कर किया गया है और इस पर प्रशासनिक स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रहा है. इसी को लेकर आक्रोशित महिलाओं ने समाहरणालय गेट के सामने सामूहिक आत्मदाह करने का प्रयास किया.
दमकल गाड़ी से पानी छिड़ककर महिलाओं को कराया गया शांत
सामूहिक रूप से आत्मदाह करने पहुंची महिलाएं अपने ऊपर डीजल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश कर रही थी. हालांकि वहां पर तैनात पुलिस फोर्स और अनुमंडल पदाधिकारी ने सभी महिलाओं को ऐसा करने से रोका. सभी महिला समाहरणालय के मुख्य गेट पर बैठकर अपने ऊपर डीजल छिड़ककर आग लगाने का प्रयास कर रही थी. पीड़ित महिलाओं का कहना था कि हम सभी आज यहीं पर अपनी जान दे देंगे. हालांकि यह बात जैसे ही एसडीओ को पता चली वह दलबल के साथ समाहरणालय पहुंचे. पीड़ित महिलाओं को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगी. सभी महिलाओं को एसडीओ अपने एसडीओ परिसर ले आये. जहां पर दमकल गाड़ी को बुलाया गया. सभी महिलाओं के ऊपर पानी की बौछार करते हुए सभी को नहला दिया गया. एसडीओ ने पीड़ित महिलाओं से पूरे मामले से अवगत हुए और यह विश्वास दिलाया कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे. उस पर कार्रवाई की जायेगी. आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा.
जमीन खाली करने को लेकर दो दिन पूर्व दिया था अल्टीमेट
आत्मदाह करने पहुंची पीड़ित महिला सत्यवती कुमारी ने कहा कि यह पूरा विवाद 76 डिसमिल जमीन को लेकर है. यह जमीन हमारे बाप दादा की है. लेकिन कुछ दबंग लोग है जो इस जमीन को हथियाना चाहते हैं. सत्यवती कुमारी ने कहा कि हम सभी सुबह रोजाना की तरह 7:00 बजे घर के आंगन में थे. तभी बड़ी संख्या में बदमाश वहां पर आये और हम लोगों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया. साथ ही हमारे घर के सामानों को बाहर फेंक डाला. कई सामान को अपने साथ भी लेकर चले गये. उन्होंने आरोप भी लगाया कि कुछ बदमाशों ने महिलाओं के साथ गलत करने की भी कोशिश की. सत्यवती कुमारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले में अनिकेत सिंह, जनार्दन यादव, मुकेश यादव, श्याम यादव यह सभी मारपीट की घटना को अंजाम दिये. यह सभी जमीन को हड़पना चाहते हैं. सत्यवती कुमारी ने कहा कि 2023 में भी इसी तरह का विवाद हुआ था. इसको लेकर मामला भी दर्ज है. दो दिन पहले ही अनिकेत सिंह अपने सभी साथियों के साथ पहुंचकर जमीन खाली करने की धमकी देकर गया था. आज सुबह 7:00 बजे सभी पहुंचकर हम सभी के साथ मारपीट की. महिलाओं ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन पहले ही ध्यान देता, तो आज इस तरह का नौबत नहीं आती.
कहते हैं एसडीओ
सदर अनुमंडल पदाधिकारी आलोक चंद्र चौधरी ने इस संदर्भ में कहा कि कुछ आदिवासी महिलाओं ने शिकायत की है कि उनकी जमीन दबंगो ने कब्जा कर लिया है. यह मामला संज्ञान में आया है. पूरे मामले की जांच करायी जायेगी. जांच के बाद दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी.