कटिहार. आपदाओं से त्वरित व प्रभावी तरीके से निपटने में बीएसडीआरएन (बिहार स्टेट डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क) एक अचूक अस्त्र साबित हो सकता है. बशर्ते आप इसका सही इस्तेमाल करना सीख सकें और इस पर डाली गयी तमाम सूचनाएं-सामग्री अद्यतन, सटीक और दुरुस्त हो. उक्त बातें मंगलवार को समाहरणालय में बीएसडीआरएन संवेदीकरण के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में कही गयी है. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मनेश कुमार मीणा ने की. बीएसडीआरएन संचालित करने के लिए सभी विभागों से एक प्रपत्र के जरिये अपेक्षित सूचनाएं मांगी गयी है. ताकि प्राधिकरण की ओर से यूजर आईडी और पासवर्ड जारी किया जा सके. डीएम ने पोर्टल व ऐप की उपयोगिता की सराहना करते हुए वर्तमान में संग्रहित डेटा को यथाशीघ्र अपडेट करने की आवश्यकता जतायी. उन्होंने सभी विभागों को ऐप पर अपने संसाधनों की इंट्री करने का निर्देश दिया. प्रशिक्षण की शुरुआत बीएसडीएमए और बीएसडीआरएन ऐप पर आधारित लघु फिल्मों के प्रदर्शन से हुई. प्रतिभागियों को ऐप की उपयोगिता के बारे में बताया गया. साथ ही आपदा प्रबंधन से संबंधित डेटा को अपलोड और अपडेट करने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया. मोबाइल एप्लिकेशन भी डाउनलोड कराया गया. प्रतिभागियों का मार्गदर्शन और शंका समाधान बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधि संदीप कमल ने किया. इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार, अपर समाहर्ता (आपदा) नुरूल एन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी योगेंद्र कुमार, आपदा प्रभारी नैमिश कुमार, सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी रितिका भारती, जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार अमन कुमार सहित जिले के विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी मौजूद थे.
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