कटिहार. सदर अस्पताल में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जब एक मरीज का शव सदर अस्पताल में लगाये गये फायर अलार्म सिस्टम के केबिन से निकाला गया. दरअसल, मरीज उस केबिन में कब पहुंचा और कब और कैसे उनकी मौत हुई, यह किसी को नहीं पता है. लेकिन जब मंगलवार को सदर अस्पताल के सफाई कर्मी अस्पताल में बदबू की बात पर जब साफ- सफाई करने पहुंचे तो फायर अलार्म केबिन को जैसे ही खोला वह दंग रह गये. केबिन से शव को बाहर निकला गया. मरीज के शव वहां से मिलने से अस्पताल में अफरा- तफरी का माहौल सा हो गया. दरअसल, पिछले 18 अक्तूबर को 112 पुलिस टीम ने एक अज्ञात व्यक्ति को भर्ती कराया था. अस्पताल प्रबंधक की माने तो उक्त मरीज मानसिक तौर पर विक्षिप्त था.पिछले दो दिन से वह अस्पताल के वार्ड से गायब हो गया. मंगलवार को सदर अस्पताल के नयी बिल्डिंग के दूसरे मंजिल से जब बदबू आना शुरू हुआ तो अस्पताल के सफाई कर्मी हर तरफ सफाई का काम करने लगे. लेकिन बदबू यूं ही बरकरार रही. जब बदबू फायर अलार्म केबिन की तरफ से आ रही थी. तब उस केबिन को खोला गया, केबिन खोलते ही सभी सफाई कर्मी दंग रह गये. उस केबिन में मरीज की फंसकर मौत हो गई थी. हालांकि मरीज उस केबिन में कैसे पहुंचा और वहां पर कैसे लॉक हो गया. यह गुत्थी अब भी सुलझ नहीं पायी है. लेकिन इस घटना से सदर अस्पताल की व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिरकार केबिन कैसे खुली रह गयी. इसे ताला लगाकर लॉक क्यों नहीं रखा गया था. हालांकि इस घटना के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया और पुलिस को इसकी सूचना दे दी गयी है. कहते हैं अस्पताल प्रबंधक अस्पताल प्रबंधक चंदन कुमार सिंह ने बताया कि उक्त मरीज को 112 पुलिस टीम ने अस्पताल में भर्ती कराया था. वह मानसिक रूप से विक्षिप्त था. फायर केबिन तक वह कैसे पहुंचा इसकी जांच की जा रही है.
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