कोढ़ा. मंगलवार की अहले सुबह से हुई मूसलाधार बारिश ने कोढ़ा नगर पंचायत की पोल खोल दी है. महज एक सप्ताह पहले नगर पंचायत के बनाये गये नाला का दीवार पहली ही बरसात में धराशायी हो गयी. नाला का धराशायी हो जाने के कारण ग्रामीण एवं बुद्धिजीवि ने नाला निर्माण में गुणवत्ता का अभाव बताया. नगर पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक ने नाला निर्माण में अनदेखी की है. नाला निर्माण गुणवत्ता पूर्ण रूप से नहीं हो पाया. जिस कारण नाला का स्थिति यह हो गया कि पहली ही बरसात में नाला टूट कर बिखर गया है. कई जगह जहां नाला ठीक है. वहां ऊपर से ढक्कन नहीं रहने के कारण एक बड़ी हादसा को दावत दे रहा है. क्योंकि नाला में पानी भरा हुआ है. जिस कारण आम नागरिकों को आवामन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप यह भी था कि अगर नाला का निर्माण ठीक ढंग से होता तो नाला एक सप्ताह के अंदर ही नहीं टूटता. ग्रामीणों ने कहा कि बिहार की कई जिलों में पुल टूटने की चर्चाएं सुर्खियों में जरूर रही. वहां भी गुणवत्ता के अभाव ही बताया गया और उसमें ठेकेदार जिम्मेदार थे. यहां भी ठेकेदार के नाला निर्माण में लीपा पोती का कार्य किया गया. जिस कारण नव निर्मित नाला महज एक सप्ताह के अंदर पहली ही बरसात में टूट गया है. ग्रामीणों ने बताया कि नाला निर्माण में मीठा ईंट का प्रयोग किया गया है. सीमेंट एवं बालू भी बेहतर क्वालिटी का उपयोग नहीं किया गया था. इस कारण यह स्थिति पैदा हुई है. इतना ही नहीं कई जगह पर नाला के साफ-सफाई नहीं रहने के कारण सड़कों पर जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस मामले नगर पंचायत के जेई से संपर्क करने का प्रयास किया गया. पर संपर्क नहीं हो पाया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है