कटिहार. शांतिपूर्ण माहौल में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व संपन्न होने के बाद बुधवार को भगवान श्री कृष्ण राधा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. ढोल नगाड़े गाजा बाजा के साथ शहर में प्रतिमा विसर्जन को लेकर श्रद्धालु प्रतिमा का नगर भ्रमण कराया. विसर्जन जुलूस में बड़ी संख्या में महिला व पुरुष व बच्चे शामिल हुए थे. शहर के बनिया टोला में स्थापित सभी राधे कृष्ण मंदिरों से प्रतिमा का पूरे विधि विधान के साथ विसर्जन किया गया. श्रद्धालु नाचते गाते जय कन्हैया लाल का नारा लगाते हुए भगवान श्री कृष्ण को अंतिम विदाई दी. इससे पूर्व बनिया टोला में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में युवकों ने भाग लिया. मटकी फोड़ देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बनिया टोला जन्माष्टमी मंदिर के परिसर में जमा हुए थे. युवकों द्वारा बार-बार मटकी तक पहुंच जाने के बाद भी मटकी फोड़ नहीं पा रहे थे. युवकों के ऊपर पानी का बौछार किया जा रहा था. एक दूसरे के ऊपर चढ़कर लक्ष्य तक पहुंचते-पहुंचते फिर नीचे गिर जाते थे. घंटे भर से ऊपर कड़ी मेहनत के बाद ही युवक मटकी को फोड़ पाये. इस दृश्य को देखने के लिए दूर दराज से भी बड़ी संख्या में लोग बनिया टोला पहुंचे थे. मटकी फोड़ने के बाद तालियों की गूंज और हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल के नारे से पूरा माहौल भक्तिमय सा हो गया. पूजा अर्चना के बाद बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे प्रतिमा विसर्जन के लिए निकल पड़े. गाजे-बाजे के धुन में नाचते गाते श्रद्धालु आगे बढ़ रहे थे. विसर्जन जुलूस को पूरे शहर में घुमाया गया. तत्पश्चात भगवान राधे श्री कृष्ण की प्रतिमा को कोसी घाट में विसर्जित किया गया. विसर्जन के दौरान कई महिलाओं की आंखें भी नम हो गयी.
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