कटिहार गंभीर बीमारियों से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग कई कार्यक्रमों का संचालन कर रहा है. उन्हीं योजनाओं में से एक है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके). राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विभिन्न रोग से ग्रसित शून्य से 18 साल तक के बच्चों की नि:शुल्क जांच व इलाज का प्रावधान है. स्वास्थ्य अधिकारियों के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल हृदय योजना द्वारा जिले में जन्म के बाद से ही हृदय में छेद, कटे होंठ व तालु, क्लब फुट जैसे बीमारियों से ग्रसित बच्चों की पहचान करते हुए उन्होंने निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाती है. जिससे संबंधित बच्चा स्वास्थ और सुरक्षित रह सके. इसी योजना के तहत रविवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल हृदय योजना के द्वारा हृदय में छेद से ग्रसित दो बच्चों को सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह, प्रभारी डीपीएम डॉ किसलय कुमार बच्चे एवं उनके परिजनों को एंबुलेंस के जरिए पटना के लिए रवाना किया. निःशुल्क इलाज के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा एम्बुलेंस के माध्यम से पटना भेजा गया. पटना से दोनों बच्चों को राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा हवाई जहाज के माध्यम से अहमदाबाद गुजरात भेजा जायेगा. अहमदाबाद के सत्य श्री साईं हृदय संस्थान में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बच्चों का ऑपरेशन करते हुए हृदय में हुए छेद का उपचार किया जायेगा. ऑपरेशन के बाद कुछ दिन बच्चों को चिकित्सकों द्वारा अस्पताल में निगरानी में रखा जायेगा. इस दौरान स्वास्थ् होने के बाद बच्चों को वापस घर भेजा जायेगा. बच्चों के साथ साथ दोनों के परिजनों के आवागमन और बच्चों के सम्पूर्ण उपचार का खर्च बिहार सरकार द्वारा वहन किया जायेगा. इलाज के बाद दोनों बच्चों को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा अहमदाबाद से वापस पटना हवाई जहाज द्वारा और पटना से उनके घर कटिहार तक एम्बुलेंस से लाया जायेगा.
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