कटिहार. नेट जीरो कार्बन निर्गमन प्राप्त करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप, कटिहार स्थित रनिंग रूम सहित पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के छह रेलवे इमारत को नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग के रूप में शून्य लेवल से सम्मानित किया गया है. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे की छह महत्वपूर्ण इमारतों को नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग्स के रूप में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए प्रतिष्ठित शून्य लेबल से सम्मानित किया गया है. भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीइइ) ने यह पुरस्कार प्रदान किया. कटिहार स्थित रनिंग रूम में क्रमशः 39.9 किलोवाट, 150 केवीए, 56 किलोवाट एवं 60 किलोवाट का कनेक्टेड लोड और 11635.25 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष, 16300 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष 14270 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष और 100126 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष वार्षिक ऊर्जा खपत है. जिसे लेकर बीइइ ने नेट जीरो बिल्डिंग के रूप में शून्य लेवल से सम्मानित किया है. कटिहार के अलावे न्यू बंगाईगांव स्थित रेल कारखाना का प्रशासनिक भवन, पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र और पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र इंजीनियर्स हॉस्टल. जबकि, जनरल स्टोर डिपो, पांडु, गुवाहाटी रनिंग रूम, रंगिया रनिंग रूम शामिल है. रेल कारखाना के प्रशासनिक भवन, न्यू बंगाईगांव को प्रभावी तिथि से तीन साल की अवधि के लिए शून्य प्लस और अन्य इमारतों को शून्य से सम्मानित किया गया है.
भारतीय रेल वर्ष 2030 तक अपने नेट जीरो कार्बन निर्गमन मिशन के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है. अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार, एनएफ रेलवे अपने क्षेत्राधिकार के सभी महत्वपूर्ण इमारतों में अधिक शून्य लेबल प्रमाणन प्राप्त करने के लिए विभिन्न कदम उठा रहा है.-कपिंजल किशोर शर्मा, सीपीआरओ, एनएफ रेलवे
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