कटिहार. विद्यालय में पढ़नेवाले के बच्चों में खेल प्रतिभा की पहचान को लेकर राज्य सरकार के दिशा-निर्देश पर तीन स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा व स्थापना को आवश्यक निर्देश दिया है. डीइओ व डीपीओ को लिखे पत्र में राज्य परियोजना निदेशक ने कहा है कि राज्य सरकार, बिहार राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को खोजने व उन्हें खेल के विभिन्न विधाओं में नये अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसी क्रम में राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभावान खिलाड़ियों के चयन को लेकर ””मशाल 2024”” प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. यह प्रतियोगिता शिक्षा विभाग, खेल विभाग एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, पटना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित है. इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन एवं उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए यह मंच प्रदान करना है. इसके लिए शिक्षा विभाग को प्रत्येक जिला में विद्यालय, संकुल (सीआरसी) एवं प्रखंड स्तर की प्रतियोगिता कराने का दायित्व दिया गया है. इसके आलोक में विद्यालय, संकुल एवं प्रखंड स्तर पर व्यय करने के लिए राशि भी निर्धारित कर दी गयी है. डीइओ व डीपीओ को लिखे पत्र में कहा गया है कि विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिता के लिए पांच हजार की राशि निर्धारित की गयी है. जबकि संकुल व प्रखंड स्तर पर क्रमशः 5500 व 10000 की राशि निर्धारित की गयी है.
राशि व्यय को लेकर निर्देश
एसपीडी ने अपने पत्र में यह भी कहा गया है कि उपलब्ध कराये जाने वाली राशि को किस-किस मद में खर्च की जायेगी. उसके बारे में भी निर्देशित किया गया है. मसलन खेल सामग्री यथा क्रिकेट बॉल (ड्यूज), फुटबॉल, वालीबॉल, मेजरिंग टेप आदि का क्रय खेल सामग्री का क्रय खेल विभाग द्वारा तय मानक के अनुरूप ही किया जायेगा. साथ ही खेल मैदान की तैयारी, चूना पाउडर, टेंट, माईक, शारीरिक शिक्षा शिक्षक का मानदेय, प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता में सीआरसी से चयनित छात्र एवं छात्रा खिलाड़ी के लिए परिवहन एवं अल्पाहार की व्यवस्था आदि शामिल है. मशाल को लेकर जारी दिशानिर्देश के आलोक में प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता में व्यक्तिगत एवं टीम विधा में विजेता, उप विजेता एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले अंडर 14 एवं अंडर 16 बालक-बालिकाओं को नगद पुरस्कार राशि प्रखंड स्तर तक आयोजित प्रतियोगिता पर होने वाले व्यय विवरणी में अंकित दर के अनुरूप ही दी जायेगी.विजेता प्रतिभागियों को मिलेगा प्रमाण पत्र
राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जारी पत्र के अनुसार विजेता प्रतिभागियों के लिए प्रमाण पत्र व मेडल बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा केंद्रित रूप से मुद्रित एवं क्रय कर संबंधित जिलों को उपलब्ध कराया जायेगा. प्रतियोगिता के लिए मास्टर ट्रेनर, जिला ट्रेनर एवं शारीरिक शिक्षा शिक्षक, सामान्य शिक्षक एवं कम्प्यूटर शिक्षक को दिये जाने वाले प्रशिक्षण पर होने वाले व्यय का आकलन कर राशि की मांग करेंगे. ””मशाल”” के आयोजनार्थ किये जाने वाले व्यय एवं कार्यक्रम से संबंधित सभी प्रक्रियाओं का उत्तरदायित्व संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी का होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है