कटिहार. ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने के नाम पर छात्र-छात्राओं को पूर्णिया विवि का परीक्षा विभाग परेशान कर रहा है. नियमत: पार्ट वन उत्तीर्ण व पार्ट टू प्रमोटेड व उत्तीर्णता के बाद ही पार्ट थर्ड का परीक्षा फॉर्म भराये जाने का प्रावधान है. लेकिन पूर्णिया विवि का परीक्षा विभाग नियम परिनियमों को ताक पर रखकर छात्रों से ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भराकर राशि वसूली रही है. इसका एक ताजा मामला डीएस कॉलेज के भौतिकी ऑनर्स सत्र 2021-24 के छात्र वसीर के रूप में सामने आया है. पार्ट वन उसका क्लीयर होने के बाद पार्ट टू का परीक्षा फॉर्म भरकर केबी झा कॉलेज में परीक्षा देने के बाद विवि द्वारा उसका रिजल्ट अनुपस्थित करार कर लंबित कर दिया गया. डीएस कॉलेज के भौतिकी ऑनर्स का छात्र वसीर ने बताया कि परीक्षा में शामिल होने का प्रूफ के तौर पर मेमो व आवेदन के साथ वह 11 महीने तक विवि का चक्कर लगाता रहा. अगर समय पर उसका पेंडिंग सुधर जाता तो रसायन शास्त्र में अनुत्तीर्ण एक विषय का परीक्षा समय पर देकर बीएससी उत्तीर्ण कर जाता. लेकिन ऐसा नहीं कर विवि परीक्षा विभाग द्वारा उसे अब समय समाप्त होने की बात कही जा रही है. उन्होंने बताया कि पार्ट वन में उसका रिजल्ट क्लीयर था. पार्ट टू में ननहिंदी में अबसेंट करार कर दिया गया. व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए बताया कि पार्ट थर्ड की परीक्षा फॉर्म पार्ट वन उत्तीर्ण व पार्ट टू प्रमोटेड व उत्तीर्ण होने के बाद भराये जाने का नियम है. लेकिन विवि द्वारा पेंडिंग रिजल्ट रहने के बाद भी ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरा लिया गया. इससे पूर्व इसकी जानकारी तक उपलब्ध नहीं कराया गया. पार्ट थर्ड का रिजल्ट एक सप्ताह पूर्व जारी होने पर उसका रिजल्ट पेंडिंग बता रहा है. समय पर पेडिंग अगर क्लीयर हो गया होता तो उसका भविष्य बर्बाद नहीं होता. उन्होंने बताया कि दो दिन पहले ही पूर्णिया सांसद की पहल पर उसका पेंडिंग में सुधार हुआ. लेकिन तब तक काफी देर हो जाने की बात विवि की ओर से दावा किया जा रहा है. एक छात्र को तीन बार मौका दिये जाने का है प्रावधान
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