Bihar News: खगड़िया जिला के परबत्ता नगर पंचायत अंतर्गत करना गांव निवासी साहेब सिंह के नाती 17 वर्षीय आदित्य कुमार का शव गंगा से बरामद किया गया है. दिवाली के दिन ही युवक अपने घर से गंगा स्नान की बात कहकर निकला था लेकिन जब काफी देर बाद भी वापस नहीं लौटा तो परिजनों की चिंता बढ़ने लगी. जब परिजन घाट पर पहुंचे तो युवक का चप्पल और मोबाइल वगैरह नदी किनारे मिला. जिसके बाद आशंका हुई कि युवक नहाने के क्रम में नदी में डूब गया. हालांकि अंधेरा होने की वजह से युवक की खोज नहीं हो सकी थी. जबकि शुक्रवार को उसका शव बरामद कर लिया गया.
गंगा स्नान के लिए गया था युवक, नदी में डूबा
अपने घर से गंगा स्नान करने की बात कह कर गुरुवार सुबह घर से निकला युवक लापता था. शुक्रवार सुबह प्रखंड आपदा मित्र के जवानों की मदद से उसका शव गंगा की उपाधारा से बरामद किया गया. अगुवानी गंगा घाट पर शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं मौजूद परबत्ता थाना की पुलिस ने उसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है.
मां के निधन के बाद ननिहाल में ही हुई थी परवरिश
जानकारी के मुताबिक, मृतक भागलपुर जिले के नवगछिया के धरहरा गांव निवासी संजीव कुमार सिंह के पुत्र आदित्य कुमार है.आदित्य तीन भाइयों में सबसे छोटा था. उसकी मां का निधन तब हो गया था जब आदित्य काफी छोटा था. तभी से उसका लालन-पालन उसके ननिहाल में हुआ. इसी वर्ष उसने मैट्रिक की परीक्षा पास की थी और वह आगे की पढ़ाई भी यहीं रहकर कर रहा था. दीपावली के दिन अपने नाना-नानी को यह कहकर आदित्य घर से निकला कि वह गंगा नहाने के लिए जा रहा है. दोपहर तक जब वह लौटकर नहीं आया तो उसके मोबाइल पर कॉल की गई. लेकिन उधर से जवाब नहीं आया. इसके बाद घर वालों को अनहोनी की आशंका हुई.
घटना वाले दिन युवक को ढूंढने को तैयार नहीं हुआ प्रशासन
आदित्य को ढूंढते हुए उसके परिजन जब अगुवानी घाट पहुंचे तो आदित्य की साइकिल, उसके कपड़े, चप्पल एवं कपड़े में लिपटा मोबाइल घाट किनारे मिला. घर वालों को अब यह आभास हो गया था कि नहाने के क्रम में आदित्य गंगा में डूब गया है.तत्काल इसकी सूचना अंचल अधिकारी को दी गई लेकिन अंचल प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का मदद नहीं मिला. हालांकि बाद में प्रखंड आपदा मित्र से ढूंढने में मदद की गुहार लगायी गयी. लेकिन इन लोगों ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि अंचल प्रशासन की ओर से हमें आवश्यक मदद नहीं मिलती है. हालांकि बाद में परिजनों के द्वारा काफी मान मनोव्वल करने पर आपदा मित्र ने शुक्रवार की सुबह नदी में खोजबीन शुरू किया.
अगले दिन आपदा मित्रों ने ढूंढकर निकाला शव
बताया गया कि करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इन जवानों ने आदित्य का शव उपधारा से बरामद कर लिया. इधर घाट पर मौजूद स्थानीय लोगों का कहना है कि अगुवानी घाट की स्थिति काफी खतरनाक एवं दयनीय है अब जबकि छठ पर्व नजदीक आ रहा है. ऐसे में हर दिन गंगा स्नान करनेवालों की भीड़ ज्यादा होगी. इसे लेकर प्रशासन को आवश्यक इंतजाम तत्काल शुरू करनी चाहिए. वहीं अगुवानी में एसडीआरएफ की एक टीम को स्थाई रूप से तैनात करने का आग्रह स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से किया है.