प्रतिनिधि,गोगरी गंगा की उपधारा में फतेहपुर के समीप मुश्कीपुर महताब नगर का एक युवक स्नान के दौरान सोमवार को डूब गया. डूबे युवक की बरामदगी की मांग को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को फतेहपुर के पास अगुवानी-महेशखूंट सड़क को जाम कर दिया. जाम कर रहे ग्रामीण एसडीआरएफ की टीम द्वारा शव को खोजने की मांग कर रहे थे. जाम स्थल पर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची व ग्रामीणों को समझाकर जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण मांग पर अड़े रहे. जाम लगभग एक घंटे तक रहा. एसडीआरएफ की टीम के पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया. एसडीआरएफ की टीम द्वारा युवक के शव को बरामद कर लिया गया है. मालूम हो कि सोमवार की शाम महताब नगर मुश्कीपुर के 22 वर्षीय युवक मो वशर के पुत्र मो खुर्शीद सोमवार को फतेहपुर ढाला के पास स्थित गंगा की उपधारा में बाइक धोने के लिए गया था. बाइक धोने के बाद गंगा नदी में स्नान करने लगा. इसी दौरान वह डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. मौत के बाद प्रशासन की ओर से गोताखोर को भेजा गया था. लेकिन गोताखोरों को शव बरामद करने में सफलता नहीं मिली. जिससे मुश्कीपुर के ग्रामीण आक्रोशित हो गये और एसडीआरएफ व मुआवजे की मांग को लेकर महेशखूंट अगवानी पथ को मंगलवार को जाम कर दिया. शव बरामद होने के बाद गोगरी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. बनाते रहे रील्स, डूबते युवक को नहीं किया बचाने का प्रयास आजकल रील्स बनाने का प्रचलन इतना जोड़ पकड़ चुका है. लोग इंसानियत और मानवता को भी ताक पर रखकर कर लोग को बचाने के बजाय रील्स बनाने को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं. रील्स बनाने के बजाय अगर प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण डूबते हुए युवक को बचाने का प्रयास करते, तो सोमवार की शाम को मुश्कीपुर महताब नगर के युवक खुर्शीद को गंगा की उपधारा में डूबने से बचाया जा सकता था. डूबते हुए युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सभी ओर इस बात की जोर-शोर से चर्चा हो रही है कि अगर रिंल्स बनाना छोड़कर मौके पर मौजूद लोग युवक को बचाने का प्रयास करते, तो उसकी जान बच सकती थी.
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