17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड के पठारी भाग में मूसलाधार बारिश से उफान पर कोयल नदी, भीम बराज के सात गेट खुले

पलामू जिले के मोहम्मदगंज स्थित बराज के सात गेट खोल दिये गये हैं. डाउन साइड नदी में 20 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है. जल संसाधन विभाग मोहम्मदगंज के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर विनीत प्रकाश ने बताया कि फिलहाल राइट साइड मेन कैनाल में 2006 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है.

औरंगाबाद/कुटुंबा. झारखंड के पठारी भाग में मूसलाधार बारिश होने से उत्तर कोयल नदी उफान पर है. पलामू जिले के मोहम्मदगंज स्थित भीम बराज पानी से लबालब भरा है. इसके बावजूद बराज के सात गेट खोल दिये गये हैं. डाउन साइड नदी में 20 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है. जल संसाधन विभाग मोहम्मदगंज के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर विनीत प्रकाश ने बताया कि फिलहाल राइट साइड मेन कैनाल में 2006 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है.

तटबंधों की हो रही है अनवरत निगरानी

बिहार पोरसन में पानी जाने के लिए झारखंड बॉर्डर के 30 व 40 से लेकर 64 व 95 आरडी का सीआर गेट पूरी तरह ऑन कर दिया गया है. इसके साथ ही तटबंधों की अनवरत निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि गत माह के छह सितंबर से नहर का रेगुलर संचालन किया जा रहा है. इस दौरान अब तक कहीं से किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं हुआ है. अनवरत नहर के संचालन होने से जिले के दक्षिण क्षेत्र के विभिन्न प्रखंडों में किसानों को धान फसल की सिंचाई करने में सहूलियत हुई है. हालांकि, इसके पहले बीच-बीच में कोयल नदी सूखने से किसान को फसल की सिंचाई करने में काफी दिक्कत हुई थी.

बिहार से लेकर झारखंड में मॉनसून सक्रिय

फिलहाल बिहार से लेकर झारखंड में मॉनसून सक्रिय है. कोयल नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है. उन्होंने बताया कि सोमवार की दोपहर के बाद कोयल नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. डाल्टेनगंज में दो मीटर पानी पार कर रहा है. इसकी सारी सहायक नदियां अमानत, बांकी, सदबह, भेलवां व रजहारा में जल प्रवाह तेज हो गया है. ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि देर शाम तक बराज का और गेट ऑन कर नदी में 40 हजार क्यूसेक से अधिक पानी डाउन साइड में छोड़ा जायेगा.

अंबा को मिल रहा 754 क्यूसेक पानी

अंबा डिवीजन क्षेत्र के सभी वितरणियों को एक साथ संचालन करने के लिए 152.45 आरडी पर 754 क्यूसेक पानी प्राप्त हुआ है. इधर 211आरडी पर औरंगाबाद डिवीजन को 274 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है. एग्जिक्यूटिव इंजीनियर उमेश कुमार ने बताया कि नवीनगर डिवीजन के नहरों के संचालन करने के लिए 450 क्यूसेक व अंबा डिवीजन क्षेत्र के सभी वितरणियां, उप वितरणियां व लघु नहरों को एक साथ संचालन करने में 700 क्यूसेक पानी खपत होता है. अंबा की नहरों से कुटुंबा, नवीनगर, बारूण, देव व सदर प्रखंड के 23041 हजार हेक्टेयर भूमि पटवन करने का लक्ष्य निर्धारित है. वहीं नवीनगर की नहरों से तकरीबन 17 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है.

Also Read: Bihar Police Daroga 2023: बिहार दरोगा भर्ती के लिए जानें जरूरी बातें, कब से शुरू हो रहा आवेदन, जानें सैलरी

107 व 124 आरडी का सारा गेट ऊपर करने की जरूरत

प्रभात खबर अखबार की टीम ने सोमवार को अधिकारियों से संपर्क कर कोयल नहर के विभिन्न बिंदुओं का जायजा लिया. इस दौरान जानकारी मिली कि बराज के 36 नंबर का काउंटर गेट डैमेज कर गया है. वर्तमान में उसे अपरेट नहीं किया जा सकता है. यहां तक कि अभी गेट नंबर 19 में अभी भी स्टॉप लॉग है. नवीनगर क्षेत्र के 107 व 124 आरडी का सारा गेट ऊपर करने की जरूरत है. स्थानीय किसान अरविंद सिंह, सुरेंद्र सिंह व संजय कुमार सिंह, रामस्वरूप पांडेय व अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि बताया कि बाघी स्थित 107 आरडी के लेफ्ट साइड नहर के पानी से बैंक रोड का कटाव हो रहा है.

क्या बताते हैं अधीक्षण अभियंता

जल संसाधन विभाग के एसइ अर्जुन प्रसाद सिंह ने बताया कि जल संसाधन विभाग किसानों के अपेक्षाओं पर खरे उतरने का हर संभव प्रयास कर रहा है. फिलहाल बराज में पर्याप्त पानी है. इसी तरह से किसानों को सहयोग मिलता रहा तो अब धान के पटवन करने में दिक्कत नहीं होगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें