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लचर सफाई व्यवस्था को लेकर डीडीसी ने जतायी नाराजगी

जिला मुख्यालय सदर अस्पताल पहुंचकर जिप अध्यक्ष अंशु कुमारी एवं डीडीसी कुंदन कुमार द्वारा सदर अस्पताल का मंगलवार को गहनता पूर्वक निरीक्षण किया गया.

लखीसराय. जिला मुख्यालय सदर अस्पताल पहुंचकर जिप अध्यक्ष अंशु कुमारी एवं डीडीसी कुंदन कुमार द्वारा सदर अस्पताल का मंगलवार को गहनता पूर्वक निरीक्षण किया गया. यूं तो सदर अस्पताल में उपलब्ध हर तरह की स्वास्थ्य सेवाओं का अवलोकन इन लोगों द्वारा किया गया, परंतु सफाई व्यवस्था को लेकर इन लोगों ने गहरी नाराजगी प्रकट की. साथ ही साथ प्रतिदिन की तरह ड्यूटी से गायब चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता जतायी. इन लोगों द्वारा अलग-अलग ओपीडी के सभी वार्ड के साथ-साथ इमरजेंसी वार्ड, फर्स्ट एड वार्ड एवं इमरजेंसी चिकित्सक कक्ष का भी अवलोकन कर साथ में चल रहे सिविल सर्जन विनोद प्रसाद सिन्हा एवं सदर अस्पताल प्रबंधक नंदकिशोर भारती को खामियों को दूर करने को लेकर दिशा-निर्देश भी देते रहे. टीकाकरण केंद्र, डायलिसिस अवलोकन करने के उपरांत जब स्त्री रोग, शिशु रोग चिकित्सक कक्ष काउंसलर कक्ष पहुंचे तो कोई भी चिकित्सक स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध नहीं थे. कक्ष गार्ड के भरोसे देखा गया. स्टोर रूम की ओर सामग्री यूं ही बाहर में पड़े हुए थे. कहीं भी डिस्प्ले बोर्ड से मिलान करने पर सामंजस्य नहीं दिख रहा था. महिला भर्ती कक्ष में बेड पर चादर तक उपलब्ध नहीं थी. जबकि गंदगी यत्र-तत्र बिखरी दिखी. बंदी वार्ड के निरीक्षण के दौरान पुलिस की स्थिति को देख भौचक रह गये. शरीर पर वर्दी तो क्या ढंग के कपड़े भी उपलब्ध नहीं थे. ब्लड केंद्र के निरीक्षण के उपरांत सफाई एजेंसी के दोनों सुपरवाइजर पर जमकर बरसते दिखे. साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी प्रकट करने के दौरान सिविल सर्जन और प्रबंधक से जवाब देते नहीं बन रहा था. एक महिला स्वास्थ्य कर्मी से जब सफाई के बारे में जानना चाहा तो ना चाहते हुए भी इशारों में वह बहुत कुछ कह गयी.

रक्तदाताओं को करें प्रोत्साहित: डीडीसी

सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे डीडीसी कुंदन कुमार ब्लड बैंक केंद्र पहुंच कर संचालन से संबंधित जानकारी प्राप्त की. इस दौरान ब्लड बैंक में मात्र चार यूनिट ब्लड उपलब्ध रहने को लेकर स्थिति खतरनाक होने की बात कही. इन्होंने कम से कम 10 यूनिट ब्लड की उपलब्धता रहने पर बल देते हुए कहा कि रक्तदाताओं को इसके लिए जागृत करने की आवश्यकता है. इसके लिए हमें स्वयं आगे बढ़कर अवसर उपलब्ध कराने की जरूरत है. इन्होंने 15 अगस्त, 26 जनवरी, दो अक्तूबर आदि अवसर को रक्तदान अवसर में बदलने की जरूरत पर बल दिया. मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन विनोद प्रसाद सिन्हा को जिला प्रशासन से सहयोग प्राप्त कर ऐसे अवसर अर्जित करने की सलाह दी. मौके पर सदर अस्पताल प्रबंधक नंदकिशोर भारती, रक्त केंद्र के डीपीएम अरविंद कुमार राय, एलटी अभिषेक कुमार आदि को ब्लड बैंक संचालन व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया.

निरीक्षण के उपरांत जिला परिषद अध्यक्ष अंशु कुमारी ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर यह प्रयास किया गया है. इस संबंध में संबंधित वरीय पदाधिकारी से वार्ता की जायेगी. इधर, डीडीसी ने कहा कि अस्पताल के अंदर से अधिक बाहरी परिसर में गंदगी का साम्राज्य पसरा हुआ है. अनुपस्थित चिकित्सक को अपनी गरिमा का खुद ख्याल रखना चाहिए. सफाई एजेंसी के विरूद्ध कार्रवाई को लेकर लिखा जायेगा. जबकि अनुपस्थित चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांग कर आगे की कार्रवाई किया जायेगा. सिविल सर्जन द्वारा अगर सतत निरीक्षण कार्य जारी रहे तो काफी हद तक स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होना संभव है. जबकि औचक निरीक्षण तो कभी-कभी ही संभव है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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