लखीसराय. जब एक मां एक स्वस्थ्य नवजात को जन्म देती है तो जन्म देने वाली मां के साथ पूरा परिवार खुशियां मनाता है, पर जब कोई नवजात समय से पूर्व जन्म लेता है तो उस मां के साथ पूरा परिवार इस सोच में पर जाता है कि कैसे अपने नौनिहाल को स्वस्थ्य जीवन प्रदान करें, ताकि ये नवजात उनके अरमान को पूरा करने वाला सहारा बन सके. ऐसे ही बच्चे को नया जीवन देने के लिए राज्य के हर जिला अस्पताल एवं उप -जिला अस्पताल में की स्थापना की गयी है. इस बात की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ बीपी सिन्हा कहते है की इस वार्ड में नवजात का निःशुल्क इलाज किया जाता है. इस इकाई में प्रमुख सर्जरी एवं वेंटिलेशन को छोड़कर समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात के लिए सभी तरह के इलाज किये जाते हैं. डॉ सिन्हा ने बताया कि एसएनसीयू में प्रशिक्षित डॉक्टरों, स्टॉफ नर्सों द्वारा नवजात का 24 घंटे देखभाल किया जाता है. इस इकाई की स्थापना का एकमात्र उदेश्य ही है कि शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके. इसलिए वे जिले के सभी धात्री एवं समय-पूर्व जन्म लेने वाली मताओं से कहना चाहेंगे कि अगर उनका बच्चा समय-पूर्व जन्म लेता है तो वो अपने जिला स्थित एसनसीयू (सिक न्यू बार्न केयर यूनिट) में जरूर भर्ती करवायें ताकि उनके बच्चे का हरसंभव इलाज कर नयी जीवन देने की हर कोशिश की जाय.
जन्म से लेकर 28 दिन तक के नवजात को उपलब्ध कराई जाती है एसएनसीयू की सुविधा
एसएनसीयू में जन्म से लेकर 28 दिनों तक के ऐसे नवजात को भर्ती किया जाता है, जो बर्थ-एस्फिक्सिया, प्री-म्यच्योरिटी (समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात), न्यू नेटल जॉन्डिस एवं सेपसिस परेशानी से पीड़ित रहते हैं. ऐसे बच्चों को दवाई से लेकर समुचित इलाज की पूरी तरह मुफ्त सुविधा यहां उपलब्ध करायी जाती है.
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