बिहार का सियासी तापमान इन दिनों चढ़ा हुआ है. मंगलवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से ललन सिंह के इस्तीफा देने की चर्चा गरम रही. ललन सिंह के द्वारा जदयू अध्यक्ष पद से इस्तीफे की चर्चा लगातार कई दिनों से चल रही थी. मंगलवार को जब इस्तीफा सौंपने की चर्चा ने तूल पकड़ा तो खुद जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने इसे लेकर सफाई दी. वहीं मंत्री अशोक चौधरी ने भी इसे लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया कि इस चर्चे में कितनी हकीकत है. इधर, नीतीश कुमार के करीबी नेता व बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने 29 दिसंबर को जदयू की होने वाली बैठक के बारे में भी बड़ी जानकारी दी. उन्होंने बताया है कि शुक्रवार को जदयू की बैठक में क्या तय होगा.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. ललन सिंह की यह सफाई ऐसे वक्त आयी है जब बीते कुछ दिनों से उनके पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की चर्चा लगातार हो रही है. इन चर्चाओं का हवाला देते हुए उन्होंने मंगलवार को साफ किया कि वह अपने पद पर बने हुए हैं और इस्तीफा नहीं दिया है. निजी समाचार चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा है कि मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया. इसके पहले मंगलवार को दिन भर ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तैरती रहीं.
ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर तर्क यह दिया जा रहा है कि 29 दिसंबर को होनेवाली पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान संगठन के स्तर पर बड़े फेरबदल हो सकते हैं. अगले लोकसभा चुनाव को देखते हुए संगठन में अति पिछड़ी जाति के उन नेताओं को बड़ी जिम्मेवारी मिल सकती है जिस समुदाय के इर्द-गिर्द आज की राजनीति घूम रही है. हालांकि खुद मुख्यमंत्री अति पिछड़ी जातियों के सामाजिक-राजनीतिक हिस्सेदारी को लेकर कई अहम कदम उठा चुके हैं. इस समुदाय में उनकी खासी पकड़ भी मानी जाती है.
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इधर, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी ललन सिंह के इस्तीफे की खबरों को अटकल बताते हुए कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है. पार्टी कार्यालय को भी सूचना नहीं है. ललन सिंह के इस्तीफे के बारे में सुशील मोदी के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा- भाजपा में उन्हें कोई पूछ नहीं रहा है. सुर्खियों में बने रहने के लिए वह अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं. जदयू की 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है. बैठक में पार्टी के अगले कदम और रुख को लेकर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति पर चर्चा के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलायी गयी है. अन्य कई संगठनात्मक मुद्दों पर भी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा होगी. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह बात जदयू प्रदेश मुख्यालय में जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहीं.
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने एक न्यूज चैनल पर कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह दोनों जदयू के शीर्ष के नेता हैं. अभीतक मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. ये केवल अफवाह है. भाजपा सांसद सुशील मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि ये बीजेपी के नेता हैं और जदयू में क्या हो रहा है. जदयू में इन दिनों कुछ ठीक नहीं है, ये भाजपा की रणनीति का हिस्सा है. भाजपा ये दिखाने की कोशिश कर रही है कि जदयू में भविष्य में कुछ ठीक नहीं रहने वाला. रणनीति के तहत भाजपा ये अफवाह फैलाती है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सबको साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति हैं. उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है, वो खुद तय करते हैं. वो किसी को बताते नहीं और ना ही किसी से इसपर सलाह लेते हैं.