प्रशांत पाठक, उचकागांव
ससुराल पहुंचते ही आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद गाड़ी से उतरने से इंकार कर दिया. जबकि कार से राबड़ी देवी व उनके पुत्र तेज प्रताप यादव उतर गये. लालू प्रसाद ने गाड़ी से उतरने से पहले ऐसी मांग किया कि गांव के सभी लोग लालू प्रसाद के मनौव्वल के लिए दौड़ पड़े. मान मनौव्वल के बाद फिर लालू प्रसाद गाड़ी से उतरे.
लालू प्रसाद अपने ससुराल पहुंचने के साथ ही पूरी तरह से मजाकिया अंदाज में आ गए. राबड़ी देवी और तेज प्रताप के कहने के बाद भी वे अपनी गाड़ी से नहीं उतरे. उन्होने अपनी पत्नी राबड़ी देवी से कहा कि जब तक कोई साला नहीं आयेगा तब तक गाड़ी से नहीं उतरेंगे. गाड़ी से उतरने के बाद जब राबड़ी इसकी सूचना अपने मायके के लोगों को दी तो ठहाका लगने लगा. फिर क्या था साला प्रभुनाथ यादव व पड़ोस के कई साला लोग उन्हें गाड़ी से उतारने के लिए आ गए. उनको आग्रह कर गाड़ी से उतार कर घर ले गए.
फुलवरिया से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पूर्व सीएम राबड़ी देवी व बेटा के साथ ससुराल सेलर कला पहुंचे. जहां मजाक का भी दौर चला. लालू प्रसाद दो दशक के बाद ससुराल पहुंचे थे. अपने ससुर शिव प्रसाद चौधरी के निधन में भी लालू जी नहीं आये थे. जबकि सास महराजो देवी के निधन पर भी लालू प्रसाद नहीं आये थे. बीच में राजनीतिक कारणों से ससुराल के लोगों से दूरी बना कर रहे. पूर्व सांसद अनिरूद्ध प्रसाद यादव व सुभाष यादव के साथ रिश्ते भी बेहतर नहीं करने का कारण वे दो दशक तक नहीं आए. आज जब राजद सुप्रीमो सुसराल आए तो जमकर ग्रामीणों ने गांव के दामाद का आव-भगत किया. जिससे लालू जी गदगद दिखे.